Web Server Kya Hai

Web Server Kya hai – Web Server ब्राउजर को Web Page तथा Website उपलब्ध कराने में अहम भूमिका निभाता है। यह एक तरह की तकनीक है, जो हमें, वेब के साथ छोड़ती है। कई बडी कम्पनियों का अपना स्वयं का Web Server होता है, लेकिन अधिकांश निजी तथा छोटी कम्पनियाँ वेब सर्वर किराये पर लेती है। यह सुविधा उसे इन्टरनेट एक्सेस कम्पनी द्वारा प्रदान की जाती है। बिना सर्वर के कोई वेब नहीं हो सकता है। यहाँ इन्टरनेट पर लाखों वेब सर्वर हैं और प्रत्येक में हजारों Home Page शामिल रहते हैं।

Web server software सारे प्रचलित आँपरेटिंग सिस्टम पर उपलब्ध रहता है। इसमें Unit के विण्डोज एन. टी. सर्वर (NT Workstation) तथा एनं. टी. वर्कस्टेशन (Windows NT Server) शामिल हैं। वेब सर्वर Software, Hardware तथा Operating System के संयोग पर आधारित है, जो अपने-अपने सर्वर प्लेटफॉर्म के लिए चुनाव में आसानी से रन करता है।

वेब सर्वर के प्रकार

Windows पर आधारित कुछ वेब सर्वर निम्न हैं-
1. microsoft internet information server
2. Netscape fast track server
3. netscape enterprise server
4. Open market scure webserver
5. purveyor intro server

Features of Web Server

वेब सर्वर को वेबसाइट होस्टिंग के लिए बनाया जाता है अतः इनकी मुख्य विशेषता वेबसाइट होस्टिंग इन्वायरमेंट बनाना तथा इसे मेंटेन करना है अधिकतर वेब सर्वर निम्न विशेषताएं रखते हैं

  • वेबसाइट बनाने की सुविधा
  • लॉक फाइल सेटिंग को कॉन्फ़िगर करने की सुविधा (लॉक फाइल ट्रैफिक के विश्लेषण आदि कार्य करने के काम आता है)
  • वेबसाइट या डायरेक्टरी सुरक्षा को कॉन्फ़िगर करना
  • एफ़टीपी साइट बनाना(एफ़टीपी साइट के द्वारा यूजर फाइल को साइट पर अपलोड कर सकते हैं एवं साइट से डाउनलोड कर सकते हैं)
  • एरर पेज को कॉन्फ़िगर करना इसके द्वारा यूजर फ्रेंडली एरर मैसेज साइड पर डिस्प्ले किए जाते हैं जैसे यदि यूजर ऐसे पेज को एक्सेस करने की रिक्वेस्ट करता है जो उपलब्ध नहीं है तो “404 page not found error” पेज पर प्रदर्शित हो जाती हैं|
  • डिफ़ॉल्ट डॉक्यूमेंट को निर्धारित करना (ऐसा वेब पेज जब डिस्प्ले किया जाता है तब यूज़र कोई पेज स्पेसिफिक नहीं करता किसी वेबसाइट का होम पेज साधारणतया डिफॉल्ट पेज होता है)

आज की पोस्ट में हमने आपको Web Server क्या हैं और कैसे काम करता है इसके बारे में बताया। इसके साथ ही हमने इसके कुछ Types के बारे में भी बात की। आशा करते है की आपको कुछ नया सिखने को मिला होगा। अगर आपको इस विषय में जुड़ा कोई भी सवाल हो तो comments में जरूर बताये और इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे।

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