Advantages and Disadvantages of Secondary Memory

Advantages and Disadvantages of Secondary Memory (सेकेंडरी मेमोरी के लाभ एवं हानियाँ)

प्राइमरी मेमोरी महंगी अथवा अस्थाई होने के कारण सेकेंडरी मेमोरी डिवाइस का प्रयोग किया जाता है | इसमें सिस्टम सॉफ्टवेयर जैसे ऑपरेटिंग सिस्टम, एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर आदि को आसानी से संग्रहित किया जा सकता है इसके लाभ निम्न है

सेकेंडरी मेमोरी के लाभ (Advantages)

1. High Storage Capacity (अधिक संग्रह क्षमता)

इसमें अधिक मात्रा में डाटा, प्रोग्राम व सूचनाओं को संग्रहित किया जा सकता है विभिन्न संग्रह माध्यमों की संग्रह क्षमता अलग-अलग होती है|

2. Economics (कम लागत)

RAM की अपेक्षा सेकेंडरी मेमोरी उपकरणों में सूचनाओं को संग्रहित करना सस्ता पड़ता है

3. Reliability (विश्वसनीयता)

सेकेंडरी मेमोरी में डाटा लंबे समय तक सुरक्षित बना रहता है इसमें Data के स्वत: ही नष्ट होने की संभावना कम होती है

4. Permanent Storage (स्थाई संग्रह)

इसमें Store की गई Information बिजली चले जाने पर नष्ट नहीं होती है और वह पूर्व की भांति बनी रहती है

5. Portable (पोर्टेबल)

सेकेंडरी मेमोरी Device को एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर पर आसानी से प्रयोग में लिया जा सकता है|

6. Re usable (पुनः उपयोगी)

इसमें स्टोर किए गए डेटा को यूजर द्वारा मिटाकर पुन: नए डाटा स्टोर किए जा सकते हैं|


सेकेंडरी मेमोरी की सीमाएं (Disadvantages)

1. Secondary Storage Device की इनपुट आउटपुट की गति RAM की अपेक्षा कम होती है|
2. यह Device कंप्यूटर वायरस के वाहक होते हैं अर्थात एक कंप्यूटर पर उपस्थित वायरस इन उपकरणों के द्वारा दूसरे कंप्यूटर पर आसानी से पहुंच जाते हैं


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