Bluetooth Technology

Bluetooth Technology (ब्लूटूथ तकनीक)

यह एक पर्सनल एरिया नेटवर्क (PAN-Personal area network) के लिए इंडस्ट्रियल स्पेसिफिकेशन (Industrial Specification) है| इस टेक्नोलॉजी का उपयोग फोन, लैपटॉप, पर्सनल कंप्यूटर, प्रिंटर, डिजिटल कैमरे, मोबाइल फोन आदि उपकरणों के बीच बिना वायर कनेक्शन स्थापित किए सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए किया जाता है ब्लूटूथ एक रेडियो स्टैंडर्ड और कम्युनिकेशन प्रोटोकॉल है जो शुरुआत में हर उपकरण में लगे कम लागत के ट्रांसफर माइक्रोचिप पर आधारित शॉर्ट रेंज के साथ ब्लू पावर कंजक्शन के लिए डिजाइन हुए हैं ब्लूटूथ वाले उपकरण जब रेंज (range) में होते हैं तो एक दूसरे से कम्युनिकेट कर सकते हैं ब्लूटूथ उपकरण 2.6 हर्ट्ज के फ्रीक्वेंसी बैंड में कार्य करते हैं इस बैंड को ISM (Industrial scientific and medical) बैंड भी कहते हैं यह बैंड freely व globally उपलब्ध है|

इस टेक्नोलॉजी में डेटा की सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है कनेक्शन स्थापित करने से पूर्व एक विशिष्ट PIN (PERSONAL IDENTIFICATION NUMBER) देना होता है उसके बाद दूसरे उपकरण का धारक कनेक्शन से जुड़ने के लिए अपनी सहमति देता है तभी कनेक्शन स्थापित होता है

ब्लूटूथ के द्वारा लगभग 33 फीट की दूरी में डाटा को Transmit किया जा सकता है ब्लूटूथ को सीधी संचार रेखा की जरूरत नहीं होती यह रेडियो तरंगों का उपयोग करके दीवार और अन्य अवरोधों को पार कर सकते हैं माना जा रहा है कि अगले कुछ वर्षों में विभिन्न तरह के संचार उपकरणों को आपस में जोड़ने के लिए एक तकनीक के व्यापक उपयोग होगा|

ब्लूटूथ एक छोटी सीमा वाली तकनीक है जो गति करने वाली डिवाइसों के बीच बिना तारों का संबंध स्थापित करती है डिजाइन के अनुसार ब्लूटूथ के मुख्य 3 लक्ष्य होते हैं

  • छोटा आकार
  • कम से कम पावर का उपयोग
  • कम लागत

यह एक साधारण तरीके से डिजाइन की गई तकनीक है और इसका लक्ष्य बिना तारों के एक अच्छा संबंध स्थापित करना होता है ब्लूटूथ रेडियो 2.4 गीगाहर्ट्ज की आवृत्ति वाले ISM बैंड पर कार्य करते हैं ब्लूटूथ की प्रमुख शक्ति वॉयस और डेटा सिग्नल को एक साथ हैंडल करना है|


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