कंप्यूटर कोड सिस्टम

कम्‍प्‍यूटर कोड (Computer Codes)

कम्‍प्‍यूटर में डाटा अक्षरों (Alphabets), विशेष चिन्‍हों (Special Characters) तथा अंकों (Numeric) में हो सकता हैं। अत: इन्‍हें अल्‍फान्‍युमेरिक डाटा (Alphanumeric Data) कहा जाता हैं। डाटा में प्रत्‍येक अक्षर, चिन्‍ह या अंक को एक विशेष कोड द्वारा व्‍यक्‍त किया जाता हैं।

बाइनरी कोडेड डेसिमल (BCD – Binary Coded Decimal)

इसमें संपूर्ण Decimal Number को Binary में बदलने की बजाय Decimal Number के प्रत्‍येक अंक को उसके चार अंकीय बाइनरी तुल्‍यांक(Rating)से प्रतिस्‍थापित (Substituted)कर दिया जाता है। इसे 4 Bit BCD Code कहा जाता हैं।

आस्‍की (ASCII – American Standard Code for Information Interchange)

आस्‍की (ASCII) एक‍ लोकप्रिय कोडिंग सिस्‍टम है जिसका प्रारंभ आन्‍सी (ANSI – American National Standards Institute) द्वारा 1963 में किया गया। इसमें एक कैरेक्‍टर के लिए 8 बिट और तीव्र निरूपण के लिए Hexadecimal number System का प्रयोग किया गया। कम्‍प्‍यूटर के की–बोर्ड में प्रयुक्‍त प्रत्‍येक कैरेक्‍टर के लिए एक विशेष आस्‍की कोड निर्धारित किया गया हैं। इसमें एक कैरेक्‍टर के लिए 8 बिट का प्रयोग किया जाता हैं।

यूनीकोड (Unicode-Universal Code)

कम्‍प्‍यूटर के बढ़ते व्‍यवहार तथा अलग-अलग भाषाओं में कम्‍प्‍यूटर के उपयोग ने एक Public code की आवश्‍यकता को जन्‍म दिया जिसमें संसार के प्रत्‍येक कैरेक्‍टर के लिए एक अलग कोड निर्धारित हो ताकि प्रत्‍येक भाषा, प्रत्‍येक प्रोग्राम तथा प्रत्‍येक साफ्टवेयर में उसका प्रयोग किया जा सके। इसके लिए यूनीकोड की व्‍यवस्‍था की गई जिसमें एक लाख कैरेक्‍टर के निरूपण की क्षमता हैं|

यूनीकोड विश्‍व की सभी भाषाओं में प्रयुक्‍त पहले 256 कैरेक्‍टर का निरूपण आस्‍की कोड के समान ही है। इसमें प्रत्‍येक कैरेक्‍टर को 32 बिट में निरूपित किया जाता हैं। यूनीकोड में तीन प्रकार की व्‍यवस्‍था प्रयोग में लायी जाती हैं।

i. यूटीएफ – 8 (UTF-8-Unicode Transformation Format-8

यूटीएफ-8 फार्मेट में समस्‍त यूनीकोड अक्षरों को एक‍, दो, तीन या चार बाइट के कोड में बदला जाता हैं।

ii. यूटीएफ – 16 (UTF-16)

इस फार्मेट में यूनीकोड अक्षरों को एक या दो शब्‍दों (1 शब्‍द = 16 बिट) के कोड में बदला जाता हैं। अत: इसे Word Oriented Format भी कहते हैं।


iii. यूटीएफ-32 (UTF-32)

इस कोड में समस्‍त अक्षरों को दो शब्‍दों (Words) यानी 32 बिट के यूनीकोड में बदला जाता हैं।

EBCDIC

EBCDIC का पूरा नाम “विस्तारित बाइनरी-कोडेड दशमलव-इंटरचेंज कोड” या (extended binary-coded decimal-interchange) होता है, जो अल्फ़ान्यूमेरिक वर्णों का प्रतिनिधित्व करने के लिए एक कंप्यूटर कोड होता है.

विस्तारित बाइनरी कोडेड डेसीमल इंटरचेंज कोड (Extended Binary Coded Decimal Interchange Code) एक आठ-बिट character encoding है जो मुख्य रूप से आईबीएम मेनफ्रेम और आईबीएम मिड्रेंज कंप्यूटर ऑपरेटिंग सिस्टम पर उपयोग किया जाता है।

यह पंच कार्ड के साथ उपयोग किए गए कोड है, और 1950 के दशक के उत्तरार्ध और 1960 के दशक के प्रारंभ में आईबीएम के अधिकांश कंप्यूटर बाह्य उपकरणों के साथ इस्तेमाल किए गए छह-बिट बाइनरी-कोडेड दशमलव कोड था। यह विभिन्न गैर-आईबीएम प्लेटफार्मों द्वारा समर्थित है, जैसे कि Fujitsu-Siemens ‘BS2000 / OSD, OS-IV, MSP और MSP-EX, SDS सिग्मा सीरीज़, Unisys VS / 9, Burroughs MCP, और ICL VME।


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