डी.टी.पी. की परिभाषा एवं इतिहास

DTP की परिभाषा (Definition of DTP)

डेस्‍कटॉप पब्लिशिंग का शाब्दिक अर्थ हैं अपनी मेज पर रखे उपकरणों द्वारा प्रकाशन का कार्य करना। इसके लिए हम कम्‍प्‍यूटर और उससे जुड़े उपकरणों का प्रयोग टेक्स्ट तैयार (Compose) करने हेतु करते हैं। यह इलेक्ट्रॉनिक डाक्यूमेंट्स और प्रेजेंटेशन को बनाने के लिए कंप्यूटर एप्लीकेशन, डिजिटल ग्राफ़िक्स और मल्टीमीडिया फॉर्मेट का उपयोग करता है |

डेस्कटॉप पब्लिशिंग के द्वारा हम डिजिटल पेज बना सकते है,जो की कंप्यूटर/मोबाइल में देखने के लिए होते है ,साथ ही वर्चुअल पेज जो भौतिक प्रारूप(Physical format) यानि प्रिंट पेज पर ट्रान्सफर होते है | डेस्कटॉप कम्प्यूटर की सहायता से पूरी तरह छापने योग्य दस्तावेज तैयार करना ही डेस्कटॉप पब्लिशिंग कहा जाता है, इसके लिये कई प्रकार के प्रोग्राम उपलब्ध है, जिनके द्वारा आप टुकडो मे बंटी हुई सूचनाओ और सामाग्री को आपस मे जोडकर एक संपूर्ण दस्तावेज बना सकते है।

डी.टी.पी. का इतिहास (History of DTP)

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डी.टी.पी. का प्रारम्‍भ मैक पब्लिशर के परिचय के साथ 1985 से हुआ। पहले पहल WYSIWYG (यानि तुम वही देखते हो जो तुम पाते हो) (यानि ह्वाट् यू सी इज ह्वाट् यू गेट) ले आउट प्रोग्राम को 128K Macintosh Computer Original पर सम्‍पन्‍न किया गया। डेस्‍कटॉप टाइपसेटिंग केवल सीमित पेजमेकअप सुविधाओं के साथ सन् 1978-89 तक तब संभव हो सका जब Tex को इन्ट्रोड्यूस किया गया और पुन: जब इसे LaTex द्वारा 1980 में विस्‍तारित किया गया। डी.टी.पी. मार्केट में उबाल 1985 में आया जब जनवरी के महीने में Apple Laser राइटर प्रिन्‍टर को इन्‍ट्रोड्यूस किया गया और पुन: बाद में जब जुलाई के महीने में Aldus ने पेजमेकर सॉफ्टवेयर को इन्‍ट्रोड्यूस किया गया जो बड़ी तेजी से डी.टी.पी. उद्योग का स्‍टैंडर्ड सॉफ्टवेयर WYSIWYG पेज लेआउट्स को स्‍क्रीन पर क्रिएट करने की क्षमता और उसके बाद पेजेज को क्रिस्‍प 300dpi पर प्रिन्ट करना टाइपसेटिंग इन्डस्‍ट्री तथा पर्सनल कम्‍प्‍यूटर इण्‍टस्‍ट्री के लिए एक तरह का क्रान्तिकारी कदम था।
समाचार पत्र और अन्‍य प्रिन्‍ट पब्लिकेशन्‍स पुराने ले आउट सिस्‍टम्‍स जैसे Atex तथा अन्‍य ऐसे ही कार्यक्रम को छोड़कर 1980 के प्रारंभ में डी.टी.पी. आधारित कार्यक्रमों का अनुपालन करने लगे।

डेस्‍कटॉप पब्लिशिंग शब्‍द Aldus Corporation (एलडस कॉरपोरेशन) के संस्‍थापक Paul Brainerd का प्रतीक है यानि डी.टी.पी. शब्‍द में Paul Brainerd का इनहेरेन्‍ट क्‍वालिटि हैं, आज के स्‍टैण्‍डर्ड के आधार पर पहले का डेस्‍कटॉप पब्लिशिंग प्रिमिटिव कार्य का मामला था। पेजमेकर लेजर राइटर मेकिन्‍टोश 512K सिस्‍टम (पद्धति) का व्‍यवहार करने वालों को तब क्रेश (एक तरह का शोर) सहन करना पड़ता था।

इसी तरह मैक क लघु उपकरण 512 X 342 1 bit का श्‍याम-श्‍वेत (ब्‍लैक एण्‍ड ह्रवाइट) स्‍क्रीन जिसमें लेटर-स्‍पेसिंग को कन्‍ट्रोल करने की असमर्थता का दोष था, कर्निंग का डी.टी.पी. उपकरण दोष रहित नहीं था, किसी भी टेक्‍स्‍ट के टाइप सेट के अंश में इंडीविजुअल कैरेक्‍टर्स (Individual character) के बीच स्‍पेस को जोड़ने या हटाने में दिक्‍कतें आती थी। किसी टेक्‍स्‍ट के टाइप सेट के फिट के एपियरेंस में या इसके कई तरह के टाइपोग्राफिक विशेषताए (Features)एवं विसंगतियाँ (Discrepancies) स्‍क्रीन डिस्‍प्‍ले और प्रिन्‍टेड आउटपुट के बीच प्रकट हुआ करते थे, तो भी यह (WYSIWYG) एक क्रान्तिकारी उपकरण था, डी.टी.पी. के इन्हीं परिदृश्‍यों के पीछे Adobe System द्वारा प्रौद्योगिकी बदलती गई और आखिरकार व्‍यावसायिक डेस्‍कटॉप पब्लिशिंग ऐप्लिकेशन का फाउण्‍डेशन हुआ।

लेजर राइटर और लेजर राइटर प्‍लस प्रिन्‍टर्स में उच्‍च क्‍वालिटि, स्‍कैलेबल एडोब पोस्‍ट स्क्रिप्‍ट-फॉन्‍ट्स जो अपने ROM मेमोरी के साथ बने हैं, को शामिल कर लिया गया। इस नवीन उपकरण का लेजर राइटर्स की पोस्‍ट स्क्रिप्‍ट क्षमता इतनी स्‍थापित हो चुकी थी कि अब पब्लिकेशन डिजाइनर्स फाइल्‍स का प्रूफ लोकल प्रिन्‍टर पर देना शुरू कर दिया ओर इसके बाद इसी फाइल को डी.टी.पी. सर्विस ब्‍यूरो पर जो प्रिन्‍ट करने लगा जिसमें ऑप्टिकल रिजोल्‍यूशन 600 + ppi पोस्‍टस्क्रिप्‍ट-प्रिन्‍टर्स लिनोट्रॉनिक जैसा ही प्रयोग किया जाने लगा। पश्‍चात् इसके मैकिनटोश II रिलीज़ किया गया जो कि डेस्‍कटॉप पब्लिशिंग के लिए और भी ज्‍यादा उपयुक्‍त था, क्‍योंकि इसके स्‍क्रीन रंगीन और ज्‍यादा बड़े साइज के थे, यह मल्टिपुल डिस्‍प्‍ले सपोर्ट कर सकता था, RAM केपेसिटी भी ज्‍यादा थी, इसमें SCSI स्‍टोरेज इन्‍टरफेस की सुविधा भी थी, जो ज्‍यादा तीव्रता से काम कर सकता था तथा उच्‍च क्षमता वाले हार्ड ड्राइव भी सिस्‍टम से अटैच्‍ड (जुड़े हुए) थे।


हालाँकि मैकिन्‍टोश आधारित सिस्‍टम बाजार में लगातार डोमिनेट करता ही रहेगा, फिर भी 1986 में,GEM आधारित Ventura Publishing को MS-DOS Computer के लिए प्रस्‍तुत किया गया। इसी समय पेजमेकर्स पेस्‍ट बोर्ड मेटाफोर ने मैनुअली ले आउट्स क्रिएट करने के प्रॉसेस को बहुत ही ध्‍यानपूर्वक अनुकरण किया, वैंचुरा पब्लिशर ने ले आउट प्रॉसेसको स्‍वचालित संभव बनाया जिसके लिए टैग्‍स/स्‍टाइल शीट्स का व्‍यवहार किया गया और स्‍वचालित रूप से (यन्‍त्रवत) इनडिसेस तथा अन्‍य बॉडिमैटर जेनरेट किये गये। अब यह मैन्‍युअल कार्यों के लिए भी काफी उपयुक्‍त था, साथ ही अन्‍य दूसरे तरह के लाँग-फॉर्मेट डॉक्‍यूमेंट के लिए भी उपयुक्‍त था। अब तक डेस्‍कटॉप पब्लिशिंग सन् 1986 में होम मार्केट में अमीगा पब्लिशिंग पार्टनर के लिए (अब पेज स्‍ट्रीम) अपने प्रॉफेशनल पेज के लिए मूव कर चुका था।


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