टेक्नोलॉजी इन ई-कॉमर्स

टेक्नोलॉजी इन कॉमर्स (Technology in E-Commerce):-ई-कॉमर्स का प्रयोग, इलेक्ट्रोनिक नेटवर्क के ऊपर इन्फोर्मेशन टेक्नोलॉजी के द्धारा सक्षम कराया गया मार्केट ट्रांजेक्शन की वैरायटी का वर्णन करने के लिए किया जाता है | ई-कॉमर्स प्रतिदिन की गतिविधिया जैसे pricing, contracting, payments, goods तथा services की डिलीवरी इत्यादि को इलेक्ट्रॉनिक नेटवर्क पर इम्प्लीमेंट करने के लिए उपयोगी है |

कॉमर्स में प्रयोग जाने वाली प्रमुख टेक्नोलॉजी निम्नलिखित है

इलेक्ट्रॉनिक बैकिंग(Electronic Banking):-आज के समय में बैंकिंग का कार्य काना अत्यंत सरल हो गया है, इसका श्रेय ई-कॉमर्स को मुख्य रूप से जाता है | पहले कस्टमर के लिए बैंकिंग करना इतना सरल नही होता था | अपने एकाउंट के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिए उसे बैंक की उसी शाखा में जाना पड़ता था, जिस शाखा में उसका एकाउंट खुला हुआ होता था लेकिन इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग के प्रयोग करने से उसे अब बैंक में जाने की कोई आवश्यकता नही होती है वह इन्टरनेट के माध्यम से अपने सिस्टम पर अपने एकाउंट के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते है | इसके लिए उसे उस बैंक द्धारा यूजरनेम तथा पासवर्ड उपलब्ध कराया जाता है, जिस बैंक में उसका एकाउंट है | उस बैंक को वेबसाईट को इन्टरनेट एक्सप्लोरर में डाउनलोड करके नेटबैंकिंग पेज पर कस्टमर लिंक पर क्लिक करके प्रदर्शित पेज में यूजरनेम तथा पासवर्ड टाइप करके center key post करने पर कस्टमर के एकाउंट की विस्तृत जानकारी प्रदर्शित होती है| इन्टरनेट बैंकिंग के माध्यम से कस्टमर अपने एकाउंट से किसी दुसरे कस्टमर के एकाउंट में भी फंड ट्रान्सफर कर सकता है | इसके लिए बैंक में जाने की आवश्यकता नही है | इस तरह इन्टरनेट बैंकिंग के माध्यम से बैंकिंग करना अत्यधिक सरल हो गया है |

शॉपिंग(E-Shopping):-ई-शॉपिंग भी ई-कॉमर्स की प्रमुख टेक्नोलॉजी में से एक है | ई- शॉपिंग, घर बैठे ही इन्टरनेट के माध्यम से किसी भी कम्पनी के प्रोडक्ट को खरीदने की सुविधा को उपलब्ध कराती है | पहले यदि हमें कोई प्रोडक्ट खरीदना होता था तो इसके लिए बाजार में उस प्रोडक्ट को शॉप पर जाना होता था, इसके लिए भी एक निश्चित समय सीमा शॉप के द्धारा निर्धारित होती थी | आज के समय में हम घर पर बैठकर किसी भी समय अपने कम्प्यूटर पर इन्टरनेट के माध्यम से किसी भी कम्पनी के प्रोडक्ट को खरीद सकते है | इसके लिए हम अपने कम्प्यूटर पर इन्टरनेट से कनेक्ट होने के पश्चात् इन्टरनेट एक्सप्लोरर में उस कम्पनी की वेबसाईट को डाउनलोड करते है | जिस कम्पनी के प्रोडक्ट को खरीदना चाहते है | इसके पश्चात् स्क्रीन पर कम्पनी के प्रोडक्ट की लिस्ट प्रदर्शित होती है | उसमे से इच्छित प्रोडक्ट को चुनते है, इस प्रोडक्ट का पेमेंट भी क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, इन्टरनेट बैंकिंग के माध्यम से उसी समय कर सकते है कम्पनी के नियमो के अनुसार वह प्रोडक्ट एक निश्चित समय की अवधि में आपके द्धारा उपलब्ध कराये गए एड्रेस पर डिलीवर हो जायेगा | इस तरह आपको वह प्रोडक्ट खरीदने के लिए शॉप पर जाने की जरुरत नही हुई | इसी तरह हम घर पर बैठकर ही अपनी इच्छानुसार खरीददारी किसी भी समय कर सकते है | ई-कॉमर्स की इस व्यवस्था को ई-शॉपिंग के नाम से जाना जाता है |

बिजनेस(E-Business):-ई-बिजनेस, को इलेक्ट्रॉनिकी बिजनेस के नाम से भी जाना जाता है | यह भी ई-कॉमर्स का एक रूप है | ई-बिजनेस, पूरी दुनिया में कही भी एक स्थान से दुसरे स्थान पर बिजनेस प्रक्रिया को संपन्न करने का एक तरीका है | ई-बिजनेस के माध्यम से एक बिजनेस मेन किसी दुसरे बिजनेस में के साथ क्षणभर में ही संपर्क स्थापित कर सकता ही, इसके लिए दोनों की फिजिकल रूप में उपस्थित अनिवार्य नही होता है | जैसे- एक व्यक्ति अपनी ऑर्गेनाइजेशन की शाखाये कई शहरो में खोलता है टो उसे प्रत्येक शाखा में जाकर वहां की बिजनेस गतिविधियाँ जैसे- मार्केटिंग रिपोर्ट, सेल्स रिपोर्ट इत्यादि को देखने की जरुरत होती है | लेकिन ई-बिजनेस के माध्यम से वह अपने हेड ऑफिस, में बैठकर ही सभी रिपोर्टो को अपने सिस्टम पर इंटरनेट के माध्यम से देख सकता है | इसके अतिरिक्त यदि उसे किसी दुसरे व्यक्ति के साथ बिजनेस से सम्बंधित निर्णयों को लेना है या खरीद फरोख्त करनी है टो वह कर सकता है | ई-बिजनेस कहते है | Business to Business (B2B), Business to Customer (B2C), Customer to Business(C2B), Customer to Customer (C2C) इत्यादि |

ऑक्शन्स(E-Auctions):-E-Auction, ई-कॉमर्स की प्रमुख टेक्नोलॉजी में से एक टेक्नोलॉजी है | E-Auction, इलेक्ट्रॉनिक रूप से किसी वस्तु की नीलामी की प्रक्रिया है | पारम्परिक रूप से पहले यदि किसी वस्तु, प्रोडक्ट, स्थान इत्यादि की बोली(bid) लगाने के लिए सभी को एक स्थान पर एकत्रित होने की आवश्यकता होती थी | एक स्थान पर एकत्रित होकर बोली(bid) लगाने में समय की बर्बादी होती थी | लेकिन आज के समय में इन्टरनेट के माध्यम से किसी प्रोडक्ट, वस्तु, स्थान इत्यादि की बोली(bid) घर बैठकर ही लगायी जा सकती है | इसके लिए इन्टरनेट पर उस वेबसाईट को डाउनलोड करते है, जिसे किसी प्रोडक्ट, वस्तु, स्थान इत्यादि की बोली(bid) लगाने के लिए बनायी गयी है | उस वेबसाईट पर जाकर अपने एमाउंट की बोली(bid) को हिट करते है | इस तरह सभी व्यक्तियों के द्धारा किये गए हिट से बोली(bid) के बारे में पता लग जाता है | और सबसे ज्यादा एमाउंट की बोली(bid) को वह प्रोडक्ट आइटम इत्यादि नीलाम कर दिया जाता है | इस तरह समय की बचत होती है

लर्निंग(E-Learning):-ई-कॉमर्स का प्रयोग न केवल शॉपिंग, बिजनेस या फिर बैंकिंग के क्षेत्र में किया जाता है बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान है | ई-लर्निंग, इन्टरनेट के माध्यम से किसी टॉपिक ले बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करने की प्रक्रिया है | आज के समय में इन्टरनेट के माध्यम से हम किसी विषय, टॉपिक इत्यादि की सुचना को विस्तृत रूप में देख सकते है | ई-लर्निंग, इलेक्ट्रॉनिक रूप से घर बैठे ही वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से शिक्षा ग्रहण करने की प्रक्रिया भी है |



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