What is Malicious software and its types

What is Malicious software?

Malicious एक तरह का कंप्यूटर सॉफ्टवेयर होता है जिसे हम Malware Software भी कहते हैं यह एक दूषित सॉफ्टवेयर होता है जिसका मकसद लोगो के कंप्यूटर को नुक्सान पहुचाना होता हैं इन सॉफ्टवेयर का मकसद किसी स्पेसिफिक यूजर के कंप्यूटर को नुक्सान पहुचना, आपका डाटा चुराना, आपका पासवर्ड चुराना या आपके कंप्यूटर के डाटा को मिटाना यानी डिलीट कर देना होता हैं Malicious Software अपने आप नहीं बनते इनको किसी डेवलपर या हैकर द्वारा ही बनाया जाता है जिससे वो हमारे कंप्यूटर को हानि पंहुचा सके। Malicious Software आपके कंप्यूटर में कई तरीको से आ सकते हैं जैसे उन्हें गलती से डाउनलोड कर लेना, किसी स्पैम ईमेल के जरिये या किसी वेबसाइट के जरिये|

Types of Malicious Software

1. Spyware

स्पाईवेयर एक तकनीक है जिसमे बिना व्यक्ति और कंपनी की इच्छा के सूचना को संग्रहित किया जाता है इंटरनेट पर स्पाईवेयर प्रोग्रामिंग के रूप में होता है और इसे किसी के कंप्यूटर में गुप्त रूप से प्रवेश करा के यूजर के बारे में सूचनाएं एकत्रित कर ली जाती है

2. Virus

वायरस एक प्रोग्राम या प्रोग्रामिंग कोड होता है जो अपनी कॉपी बनाने की क्षमता रखता है और इसके द्वारा यह हमारे कंप्यूटर को हानि पहुंचाने की कोशिश करता है वायरस स्वयं को किसी मेमोरी के प्रोग्राम या बूट सेक्टर या डॉक्यूमेंट से जोड़ लेता है और कोई विशेष प्रोग्राम रन होने के समय एक्टिव हो जाता है तथा नुकसान पहुंचाता है| वायरस कंप्यूटर में ईमेल के साथ अटैच फाइल या डाउनलोड की गई फाइल के साथ या CD पेन ड्राइव आदि के द्वारा आ सकता है|

3. Warm

वह एक स्वयं की कॉपी बनाने वाला वायरस है जो फाइलों में कोई बदलाव नहीं लाता है यह मेमोरी में अथवा डिस्क ड्राइव पर तब तक कॉपी होता रहता है जब तक इस में बिल्कुल भी जगह ना रहे यह अपने अनियंत्रित कॉपी द्वारा कंप्यूटर सिस्टम पर रन होने वाले प्रोग्रामों को धीमा कर देता है या रोक देता है|

4. Logic bomb

लॉजिक बम एक प्रोग्रामिंग ओल्ड है जो गुप्त रूप से सिस्टम में इंसर्ट होता है और उन्हें विशेष परिस्थितियों में ही एक्टिव किया जाता है जिनके लिए इन्हें तैयार किया जाता है जब तक एक लॉजिक बम एक्टिव होता है तब यह सिर्फ मैसेज डिस्प्ले या प्रिंट कर सकता है डाटा को डिलीट या करप्ट कर सकता है व अन्य कई प्रकार के अवांछित प्रभाव उत्पन्न कर सकता है|

5. Trap door

यह सिस्टम के किसी भाग को अनाधिकृत रूप से एक्सेस करने का एक तरीका है इसमें पासवर्ड की आवश्यकता नहीं होती है हैकर्स सिस्टम में trapdoors देते हैं ताकि वे बाद में कभी भी अनाधिकृत रूप से सिस्टम को एक्सेस कर सकें कई बार हैकर्स सिस्टम डेवलपर्स द्वारा trapdoors को सॉफ्टवेयर में इंसर्ट करवा देते हैं और फिर उसका गलत उपयोग करते हैं|

6. Trojan horse

ट्रोजन हॉर्स एक ऐसा प्रोग्राम है जिसमें malicious व harmful कोड इस प्रकार रहते हैं कि वह किसी विशेष भाग पर अपना नियंत्रण स्थापित करते हैं और फिर उसे नष्ट कर देते हैं जैसे हार्डवेयर का कोई निश्चित भाग नष्ट कर देना ट्रोजन हॉर्स कंप्यूटर वायरस के रूप में बहुत ज्यादा फैला हुआ है|


7. RATs Remote admin trojans

यह एक विशेष प्रकार का ट्रोजन हॉर्स प्रोग्राम है जो मशीन को दूर से ही नियंत्रित करता है इसका प्रयोग पासवर्ड व अन्य महत्वपूर्ण गुप्त सूचना चुराने के लिए किया जाता है यद्यपि यह अदृश्य होते हैं परंतु सिस्टम में इनके होने के लक्षण प्रकट हो सकते हैं जैसे सिस्टम का स्लो चलना, CD पोर्ट्स का खुलना और बंद होना व कंप्यूटर का अपने आप रीस्टार्ट होना आदि|

8. Malware

यह एक प्रोग्राम फाइल होती हैं जो कि कंप्यूटर यूजर के लिए हानिकारक होती है अतः मालवेयर के अंतर्गत कंप्यूटर वायरस, वार्म, ट्रोजन हॉर्स, स्पाईवेयर प्रोग्राम आते हैं जो कंप्यूटर से यूजर की अनुमति के बिना सूचनाएं एकत्रित करते हैं|

9. Malicious font

यह Malicious font Windows पर आधारित सिस्टम की सुरक्षा को निष्क्रिय करने के लिए डिजाइन किए जाते हैं इनके द्वारा अनाधिकृत व्यक्ति (Unauthorized person) प्रभावित कंप्यूटर को अपने नियंत्रण में ले लेता है और दूर से गतिविधियों को पूरा करता है जैसे प्रोग्राम्स को इंस्टॉल करना व डाटा का गलत उपयोग करना आदि|

10. Root kits

यह सॉफ्टवेयर टूल्स का एक सेट होता है जिसका उपयोग intruder यूजर की अनुमति के बिना कंप्यूटर सिस्टम से सूचना प्राप्त करने व एक्सेस करने के लिए करता है यह टूल्स रूपांतरित रनिंग प्रोसेस फाइल और सिस्टम डाटा को छुपा देते हैं जिससे कि उनको डिटेक्ट करना कठिन हो जाता है ऑपरेटिंग सिस्टम जैसे Linux, Solaris, Microsoft windows आदि के लिए प्रमाणित करने के लिए Root kits उपलब्ध है|

दोषपूर्ण सॉफ्टवेयर से बचाव के तरीके

  • गानें या पिक्चर आदि की डाउनलोडिंग केवल विश्वसनीय वेबसाइट से ही करें। हो सकता है इसके लिए आपको कुछ पैसे देने पड़े लेकिन यह आपके सिस्टम के लिए अच्छा रहेगा।
  • यदि आपके सिस्टम में एंटी मालवेयर या एंटी वायरस नहीं है तो इसे तुरंत इंस्टॉल कराएं।
  • अपने सिस्टम के एंटी वायरस को समय-समय पर अपडेट करते रहें। इससे यह भी पता चलता रहेगा कि एंटी वायरस ठीक काम कर रहा है या नहीं।
  • अपने महत्वपूर्ण डाटा को पासवर्ड से सुरक्षित रखें, ताकि इसे चुराना या हैक करना आसान न हो। जो पासवर्ड आपने सेट किया है, उसमें अंक और अक्षर दोनों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
  • अपने पीसी में फायरवॉल इंस्टॉल करें। फायरवॉल कंप्यूटर और इंटरनेट के बीच सुरक्षा दीवार की तरह काम करता है। इसे हमेशा ऑन रखें।

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