What is Screen Printing and its Process

What is Screen Printing (स्‍क्रीन प्रिंटिंग क्या हैं?)

स्क्रीन प्रिंटिंग छोटे एवं मध्‍यम डाटा को प्रिंट करने के लिए प्रयोग होती हैं। इसके लिए बहुत कम संसाधनों की आवश्‍यकता होती हैं। इस प्रकार की प्रिन्टिंग का प्रयोग ना सिर्फ कागज अपितु दूसरे माध्‍यम पर भी आसानी से कर सकते हैं। स्क्रिन प्रिंटिंग का उपयोग visiting card, शादी की पत्रिका आदि प्रिंट करने के लिए किया जाता हैं। इस प्रकार की प्रिंटिंग की गति कम होती हैं। स्क्रीन प्रिंटिंग से विभिन्‍न रासयनिक पदार्थो का उपयोग किया जाता हैं। इस पद्धति में प्रिंटिंग गहरे (dark) कलर में आती हैं, लेकिन इसकी प्रति पेज प्रिं‍टिंग लागत अधिक होती हैं। यह प्रिंटिंग तकनीक संपूर्णत: मशीन रहित हैं। इस प्रकार की प्रिंटिंग कागज के अतिरिक्‍त दूसरे मीडिया जैसे कपड़ा, लेदर इत्‍यादि पर भी की जा सकती हैं।

Process of Screen Printing (स्क्रीन प्रिंटिंग की कार्यविधि)

जो डिजाइन प्रिन्‍ट करना हैं उसे कम्‍प्‍यूटर पर बनाकर, उसको butter paper या फिल्‍म पर प्रिन्‍ट किया जाता हैं। बटर पेपर पर जो प्रिन्‍ट निकाला जाता हैं, वह काले कलर में भी होता हैं। जितना अधिक गहरा प्रिन्‍ट बटर पेपर पर आता हैं, उतनी ही अच्‍छी प्रिंटिंग होती हैं।

स्क्रिन प्रिंटिंग में लकडे के चौकोर फ्रेम में विशेष प्रकार का कपडा लगाया जाता हैं। इस कपडे में बहुत बारीक छेद होते हैं। जब कोई प्रिंटिंग करना हैं, तब उस कपडे पर रसायनिक लेप लगाया जाता हैं। उसे कुछ देर तक सूखने के लिए रखा जाता हैं। यह रासायनिक लेप अच्‍छे से सूखने को बाद उस पर exposing की क्रिया की जाती हैं।

Screen Printing Exposing Process

  1. जिस फ्रेम के कपड़े पर रासायनिक लेप लगा कर सुखाया जाता हैं, उस पर ही exposing किया जाता हैं।
  2. उस फ्रेम को एक कॉच के ऊपर रखा जाता हैं।
  3. उस कॉच के नीचे दो या अधिक टयूब लाइट रखे जाते हैं।
  4. जो आउटपुट कम्‍प्‍यूटर से प्राप्‍त हुआ हैं, उसे उस फ्रेम के ऊपर रखा जाता हैं।
  5. बटर पेपर के ऊपर कुछ वजन रखा जाता हैं, जिससे वह सही तरीके से फ्रेम के कपडे के साथ जुडा रहे।
  6. सभी चीजे सही तरीके से रखने के बाद, नीचे के टयुब लाइट को चालू किया जाता हैं।
  7. उसे एक निश्चित समय के बाद बंद किया जाता हैं। यह समय साधारणत: 10 से 30 मिनट तक होता हैं।
  8. लाइट बंद करने के बाद, उस फ्रेंम को बाहर निकाल कर, उसे पानी से स्‍प्रे किया जाता हैं।
  9. पानी का स्‍प्रे करते समय जहॉं पर मैटर हैं, वहॉं का रासायनिक लेप निकल जाता हैं, तथा बाकी जगह का लेप वैसे ही रहता हैं।
  10. सही तरीके से मैटर खुलने के बाद, उस फ्रेम को सूखने के लिए रख दिया जाता हैं।

Exposing होने के बाद निम्‍न तरीके से प्रिंटिंग की जाती हैं।

  1. उस फ्रेम को ऐसी जगह कसा जाता हैं, जो ऊपर नीचे हो सके।
  2. उस फ्रेम पर जिस कलर में प्रिंटिंग करना हैं, उस कलर की स्‍याही डाली जाती हैं।
  3. उस फ्रेम के नीचे जिस माध्‍यम पर प्रिन्‍ट करना हैं, उसे रखा जाता हैं।
  4. एक रबर के टुकड़े से स्‍याही को एक तरफ से दूसरे तरफ खीचां जाता हैं।
  5. जिस हिस्‍से में रसायनिक लेप निकला होता हैं, वहॉं से स्‍याही नीचे माध्‍यम पर आती हैं।
  6. इस प्रक्रिया से इच्छित डाटा इच्छित माध्‍यम पर प्रिन्‍ट किया जाता हैं।

Advantages of Screen Printing (स्क्रीन प्रिंटिंग के लाभ)

  1. यह बहुत ही सस्‍ती प्रिंटिंग पद्धति हैं। इस प्रकार की प्रिंटिंग यूनिट चालू करने के लिए बहुत कम लागत की आवश्‍यकता होती हैं।
  2. इस प्रकार की प्रिंटिंग अधिक गहरे कलर में आती हैं। इसकी प्रिंटिंग का कलर अधिक चमकदार होता हैं।
  3. इस प्रकार की प्रिंटिंग करने के लिए एक या दो व्‍यक्तियों की आवश्‍यकता होती हैं।
  4. कम मात्रा की प्रिंटिंग के लिए यह सबसे सरल एव सस्‍ता माध्‍यम हैं।
  5. इस प्रकार की प्रिंटिंग पद्धति से आप कागज, कपड़ा, चमड़ा, कांच आदि माध्‍यम पर भी प्रिंटिंग कर सकते हैं।
  6. आधुनिक प्रणाली में गोल आकार की वस्‍तुओं पर भी इस प्रकार की प्रिंटिंग की जा सकती हैं।
  7. अलग अलग आकार के माध्‍यम जैसे, बैग, डायरी, पेन आदि पर भी स्क्रिन प्रिंटिंग के माध्‍यम से छपाई कर सकते हैं।

Disadvantages of Screen Printing (स्‍क्रीन प्रिंटिंग की कमीयाँ)

  1. इस प्रकार की प्रिंटिंग में बहुत अधिक मात्रा में स्‍याही की खपत होती हैं।
  2. इस प्रकार की प्रिंटिंग की गति बहुत कम होती हैं।
  3. किसी प्रिंटिंग के कार्य को चालू करने के लिए उसकी तैयारी में अधिक समय लगता हैं।
  4. इस प्रकार की प्रिंटिंग में लाइन आर्ट या टेक्‍स्‍ट ही अच्‍छे तरीके से प्रिन्‍ट होते हैं, फोटो या पिक्‍चर प्रिन्‍ट करने में बहुत मुश्किल होती हैं।
  5. बडे या बहुत बडे आकार की प्रिंटिंग करने में मुश्किल होती हैं।
  6. प्रिंटिंग होने के बाद उसे सूखने के लिए भी कुछ समय लगता हैं।
  7. प्रिंटिंग की गुणवत्‍ता प्रिन्‍ट करने वाले व्‍यक्ति पर निर्भर होती हैं।

 

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