C / C++ Operators — प्रकार व उदाहरण

Operators in C++ (C++ में ऑपरेटर)

C++ में, एक ऑपरेटर एक विशेष प्रतीक होता है, जो Compiler को बताता है, कि उसे कोई विशिष्ट Mathamatics या Logical Operation करना है। यह Operation एक या एक से अधिक मानों पर प्रदर्शन करता है, जिसे Operands कहा जाता है।

एक सरल सूत्र, जैसे:  c = a + b;

यहाँ,

  • a और b Operands हैं, (ये वेरिएबल हैं, जिन पर action लिया जा रहा है)
  • [ + ] और [ = ] ऑपरेटर्स हैं (ये प्रतीक हैं, जो बताते हैं, कि क्या action लेना है)

Types of Operators (ऑपरेटरों के प्रकार) :

1. Arithmetic Operators (अंकगणितीय ऑपरेटर्स)

ये operators सबसे basic हैं और mathematical calculations के लिए use होते हैं।

  1. Addition [ + ] : दो numbers को जोड़ता है।
    • उदाहरण : int result = 10 + 5;
      // result होगा 15
  2. Subtraction [ – ] : एक number को दूसरे से घटाता है।
    • उदाहरण : int result = 20 – 7;
      // result होगा 13
  3. Multiplication [ * ] : दो numbers को गुणा करता है।
    • उदाहरण : int result = 4 * 6;
      // result होगा 24
  4. Division [ / ] : divide करता है।
    • उदाहरण : float result = 15.0 / 4.0;
      // result होगा 75

      Note : अगर आप 15 / 4 लिखते हैं, तो C++ इसे integer division मानता है और result सिर्फ 3 देगा (fractional part हटा देता है)। इसे “पूर्णांक भाग” कहते हैं।

  5. Modulus [ % ] : ये Operator Division के बाद का शेषफल (Remainder) बताता है। यह सिर्फ Integers के साथ काम करता है।
    • उदाहरण : int remainder = 10 % 3;
      // 10 को 3 से divide करने पर 1 बचता है, तो result 1 होगा।

2. Relational Operators (संबंधसूचक ऑपरेटर्स)

ये ऑपरेटर दो values के बीच संबंध या तुलना (relationship or comparison ) की जांच करते हैं। इसका परिणाम हमेशा Booleans (सही या गलत) होता है।

  1. Equal-to [ == ] : क्या दोनों बराबर हैं?
  2. Not equal to [ != ] : क्या दोनों बराबर नहीं हैं?
  3. Greater than [ > ] : क्या पहला दूसरे से बड़ा है?
  4. Less than [ < ] : क्या पहला दूसरे से छोटा है?
  5. Greater than or equal to [ >= ] : क्या पहला दूसरे से बड़ा या बराबर है?
  6. Less than or equal to [ <= ] : क्या पहला दूसरे से छोटा या बराबर है?

3. Logical Operators (तार्किक ऑपरेटर्स)

इन ऑपरेटरों का काम कई शर्तों (multiple conditions) को एक साथ जोड़ना है।

  1. Logical AND [ && ] : दोनों स्थितियाँ यदि सत्य हैं, तो समान परिणाम सत्य आएगा। यदि एक भी असत्य हुआ, तो परिणाम भी असत्य ही होगा।
  2. Logical OR [ || ] : यदि दोनों में से कोई भी एक शर्त सत्य है, तो परिणाम सत्य होगा। परिणाम असत्य केवल तभी होगा जब दोनों स्थितियाँ असत्य हों।
  3. Logical NOT [ ! ] : ये Operator condition को उल्टा कर देता है। true को false और false को true बना देता है।

4. Assignment Operators (असाइनमेंटऑपरेटर्स) 

    
  1. Simple Assignment [ = ] : int x = 10;
  2. [ += ], [ -= ],  [ *= ] , [ /= ] ,  [ %= ] : ये compound operators हैं। ये किसी variable की value को update करते हैं।
    • x += 5; का मतलब है x = x + 5;
    • y *= 2; का मतलब है y = y * 2;
  3. ये code को छोटा और readable बनाते हैं।

5. Increment and Decrement Operators (वृद्धि और कमी ऑपरेटर्स)

इन ऑपरेटर्स को C++ का “शॉर्टकट” भी कह सकते हैं। ये किसी भी वेरिएबल के मान को 1 से बढ़ाने (++) या संख्या (–) के लिए उपयोग होते हैं।

6. Conditional Operator /Ternary Operator (सशर्त ऑपरेटर)

ये C++ एक टर्नरी ऑपरेटर है, क्योंकि ये तीन Operands काम करते हैं। ये if-else स्टेटमेंट का एक छोटा और कॉम्पैक्ट वर्जन है।

  • Syntax : condition ? expression_if_true : expression_if_false;

7. Bitwise Operators (बिटवाइज़ ऑपरेटर्स)

ये थोड़े advanced हैं और data के bits (0s और 1s) पर सीधे operations करते हैं। इनका उपयोग सिस्टम प्रोग्रामिंग, security और data compression जैसे फ़ील्ड में होता है।

  1. & (Bitwise AND)
  2. | (Bitwise OR)
  3. ^ (Bitwise XOR)
  4. ~ (Bitwise NOT)
  5. << (Left Shift)
  6. >> (Right Shift)

8. Other Important Operators (अन्य महत्वपूर्ण ऑपरेटर)

  1. sizeof() : किसी variable या data type का size bytes में बताता है।
  2. [ * ] और [ & ] : Pointers के साथ use होते हैं। & किसी variable का address बताता है, और * उस address पर रखी हुई वैल्यू को एक्सेस करता है।
  3. . और [ -> ] : ये class या struct के members को access करने के लिए उपयोग होते हैं।
  4. Scope Resolution Operator [ :: ] : यह तब बहुत उपयोगी होता है जब हमें किसी क्लास के बाहर member function को परिभाषित करने की आवश्यकता होती है, या जब हमें local variable की मौजूदगी में  global variable तक पहुंचने की आवश्यकता होती है।
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