इस पोस्ट में हम USB के बारे में जानेगे |
USB का पूरा नाम Universal Serial Bus है, इसका आविष्कार Ajay V. Bhatt ने 1994 में किया था,उस समय वे Intel corporation में कार्यरत थे |सन 1998 में सबसे पहले Apple ने अपने कंप्यूटर iMac G3 से सीरियल और पैरेलल पोर्ट को हटा दिया और उसकी जगह USB पोर्ट को लगा दिया , उस समय का यह पहला कंप्यूटर था जिसमे USB की सुविधा थी| USB डिजिटल इक्विपमेंट के बीच डाटा ट्रान्सफर करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है इसकी मदद से कंप्यूटर, मोबाइल, पेन ड्राइव, या कीबोर्ड, माउस, प्रिंटर आदि को आपस में जोड़ा जाता है, जिससे डाटा का आदान प्रदान आसानी से किया जा सके|
Version of USB
Universal serial Bus को उनके विकास और स्पीड के आधार पर निम्न Version में बांटा गया है |
USB 1.0
यह January 1996 में रिलीज़ किया गया यह USB का पहला वर्शन था और इसकी डाटा ट्रान्सफर की स्पीड 12Mbps होती है, चुकी इसकी स्पीड बहुत ही कम होती है इसलिए आज के समय में इसका इस्तेमाल नहीं होता है |
USB 2.0
इसे High Speed USB भी कहते है, इसकी अधिकतर डाटा ट्रान्सफर कि स्पीड 480Mbps (Megabit per second) होता है, इसको माइक्रोसॉफ्ट, कॉम्पैक, इंटेल ने मिल कर डेवलप किया था |
USB 3.0
इसको SuperSpeed USBके नाम से भी जाना जाता है, इसकी डाटा ट्रान्सफर की स्पीड 5 Gbps होती है, USB 2.0 को ही इम्प्रूव करके ही इसे बनाया गया है| इसमे सेंडिंग और रिसीविंग के लिए अलग अलग पाथ दिए गए होते है|
USB 3.1
इसको SuperSpeed+ USB के नाम से भी जाना जाता है, इसकी डाटा ट्रान्सफर की स्पीड 10 Gbps होती है| USB 3.0 को ही इम्प्रूव करके इसे बनाया गया है |
USB 3.2
इस प्रकार के USB में डाटा ट्रान्सफर की रेट सब से ज्यादा लगभग 20 Gbps होती है,और इसमे डाटा का ट्रान्सफर करने के लिए ज्यादा पिन्स और वायर लगे होते है| इसका मतलब यह एक साथ बहुत ज्यादा डाटा को ट्रान्सफर कर सकते है| और इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है की यह USB Type C में मिलेगा मतलब यह की इसको पोर्ट में लगाते वक्त यह नहीं देखना पड़ेगा की यह सीधा है या उल्टा है, इसको किसी भी तरह से पोर्ट में प्लग किया जा सकता है|
Types of USB based on connector
Connector के हिसाब से देखा जाये तो यह मुख्यत: 3 प्रकार के होते है |
USB Type A
सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला USB Type A ही है, माउस, कीबोर्ड, पेन ड्राइव आदि इस तरह के इक्विपमेंट में इसका इस्तेमाल किया जाता है|
USB Type B
इस तरह के USB का इस्तेमाल अक्सर प्रिंटर में देखा जाता है, प्रिंटर में जो USB प्लग किया जाता है वो Type B प्रकार का होता है | आज कल मोबाइल में जो मिनी USB का इस्तेमाल हो रहा है वह भी Type B प्रकार का होता है |
USB Type C
इस तरह के कनेक्टर का इस्तेमाल अभी बहुत ज्यादा नहीं हो रहा है लेकिन भविष्य में यही सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जायेगा , इसको दोनों तरफ से यूज़ किया जा सकता है| यह अभी USB 3.2 में आता है|
Mini and Micro USB Connector
Mini USB Connector
आज के समय में जो कनेक्टर मोबाइल में चार्जिंग और डाटा ट्रान्सफर के लिए इस्तेमाल हो रहा है वह Mini USB Connector के नाम से जाना जाता है, यह Type B प्रकार का होता है|साइज़ में बहुत छोटा होने के कारण इसे मिनी USB के नाम से जानते है|
Micro USB Connector
पुराने डिजिटल कैमरा में जो कनेक्टर इस्तेमाल होता था, और कुछ मोबाइल कंपनी भी इस प्रकार के कनेक्टर को अपने मोबाइल में देती थी| यह देखने में मिनी कनेक्टर की तरह ही दिखती है लेकिन साइज़ में थोड़ा बड़ा होता है और यह Type A प्रकार का होता है|