What is Antivirus (एंटीवायरस क्या होता है?)
Antivirus utility Software है जो Computer में छुपे हुए सारे Virus Program को ढूँढकर रिमूव करने का काम करता है,यह भी कह सकते है की एंटीवायरस Computer के लिए Safeguard जैसे काम करता जो सिस्टम को Malware जैसे Worms, Trojan Horse से बचाता है|एंटीवायरस Spyware और Adware से भी Protection देता है |
Anti virus एक utility software है जो उन सभी programs को निकाल देता है जो आपके computer के लिए नुकसान पहुचाते है| अब आप ये सोच रहे है क्या Program ही virus है, हाँ virus भी एक Program ही होता है जिन्हें सिस्टम को नुकसान पहुचने के लिए ही बनाया जाता है |
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How to work Antivirus (एंटीवायरस सॉफ्टवेयर कैसे काम करता है)
Antivirus में पहले से ही बहुत सारे Virus के Signature (छाप) या Virus Definition Files होते हैं | इन फाइल्स में Malware (Computer Virus) की list और उनसे सम्बंधित जानकारी रहती है| इसको समझने के लिए Virus Definition को समझना होगा|
Virus Definition
Antivirus बिना virus Definition के Malware को Identify (पहचान) कर ही नहीं सकता है| इसलिए Virus Definition को Update करना पड़ता है, क्योंकि virus definition के अंदर Virus Signature रहता है | इस Definition में Internet में जो पहले से Malware हैं उनके नाम और उनसे सम्बंधित जानकारी रहती है |
जब भी कोई file Malware से infected होती है या scan के दौरान अगर कोई Malware detect होता है तब एंटीवायरस चेक करता है की जो Malware detect हुआ है वह Virus definition के साथ similar है या नहीं अगर ये similar है तो एंटीवायरस ऐसी फाइल को डिलीट कर देता है | Virus definition में कुछ Malware Properties और उसके जैसे program रहते हैं, इसलिए यह जरुरी है की Virus Definition को Antivirus company हमेशा Update करे | यह software Computers के अंदर मौजूद सारे Files को Scan करता है| और जब भी कोई फाइल Signature या Virus Definition Files के साथ मैच होती है, उसी समय एंटीवायरस उस फाइल को Repair या Delete कर देता है|
Methods of virus detection (एंटीवायरस किन तरीकों से वायरस का पता लगाता है)
हमारे सिस्टम में बहत सारा डाटा होता है इतने सारें डाटा में से वायरस को ढूँढना बहुत कठिन काम होता है जानते हैं किन-किन तरीकों से एंटीवायरस वायरस के बारे में पता लगाता है|
- Signature-based detection
- Heuristic-based detection
- Behavioral-based detection
- Sandbox detection
- Data mining techniques
Signature-Based Detection
ये एक सबसे पुराना तरीका है कंप्यूटर वायरस को ढूँढने का | इस मेथड में कंप्यूटर में जितनी भी .Exe Files हैं उन सभी को Virus Definition Files के साथ match किया जाता है या दूसरे Malware type के साथ मैच किया जाता है, जब भी कोई unknown file identify होती है,तब उस पर Action लिया जाता है|
इस Signature based technique में सारे प्रोग्राम को स्कैन किया जाता हैं| इस technique में अगर कोई application download किये हो तो सबसे पहले software को Scan किया जाता है,इसके बाद Install किया जाता है | इसलिए आप जब भी कोई software download करते हो तब उसको पहले ही scan कर लें. क्यूंकि एक बार जब आपका system Infected हो जाता है तो उसको रिपेयर करना मुश्किल हो जाता है |
Heuristic-Based Detection
यह तकनीक detection technique और Signature based detection को मिलाके इस्तेमाल की जाती है | Heuristic technique को आज कल के सारे Antivirus में प्रयोग किया जाता है| virus definition file नहीं होने पर भी इस टेक्नोलॉजी की मदद से आसानी से नए और पुराने वायरस को भी खोज के निकाल सकते है| इसके लिए latest virus definition होने की आवश्यकता नहीं |
Heuristic Based Detection में एक संदेह जनक code या application को Virtual Environment में रन किया जाता है और इससे पता लगता है की कौन-सा program इस application को नुकसान पहुचने की कोशिश कर रहा है, इस तरीके से दूसरे Real Software को भी बचाया जा सकता है|
Behavioral-Based Detection
ये भी Virus को ढूंढ निकालने की एक खास Detection technique है, जिसको Intrusion Detection Mechanism भी बोला जाता है| इसकी खासियत है की यह Malware के व्यवहार (Behavior) को detect करता है| Malware को ये तभी detect करता है जब वह दूसरे files को corrupt करने की कोशिश करता है|
Sandbox Detection
Behavioral based detection mechanism पर काम करता है | इस mechanism में एक प्रोग्राम को Virtual Environment में Run किया जाता है, फिर इस process में program के Behavior को Identify किया जाता है | अगर anti virus को पता चलता है की ये program Malicious है तो उस पर action लिया जाता है|
Data Mining Techniques
यह Latest Trending Technology है, इसमें कुछ ख़ास Programs के Features होते हैं | data mining technique से Program,Malicious है या नहीं ये पता लगाया जाता है |
Why It’s Important to Update Antivirus (एंटीवायरस को अपडेट करना क्यों जरुरी है )
हर रोज नए-नए Virus बन रहें कुछ लोगों का ये भी कहना है, जो Company Antivirus बनाती हैं वही Virus भी बनाते हैं| इसलिए आपको नए virus के attack से बचने के लिए हर रोज Update करना बहुत जरुरी है लेकिन ऐसा नहीं है | update से latest virus definition files स्टोर हो जाती है जिससे नए वायरस को identify और block करने में आसानी होती है |
Features Of Antivirus (एंटीवायरस की विशेषताए)
- Background Scanning
- Full System Scanning
Background Scanning
जब आप system में कुछ Files, Application और Online कुछ डाउनलोड करते हो तब भी यह आपके सारे Files को Scan करता रहता है, इसे Background Scanning कहते हैं | इससे आपके computer को Real Time Protection और Safeguard मिलता है | इसकी वजह से कोई भी Malware सिस्टम पर Attack नहीं कर सकते |
Full System Scanning
वैसे तो फुल स्कैन करने की ज्यादा जरुरत नहीं होती,लेकिन अगर आप पहली बार कोई नया Antivirus आपके System में Install कर रहे हो तब आपको एक बार फुल स्कैन करने की आवश्यकता होती है | इससे आपके सिस्टम के सभी वायरस (Malware) remove हो जायेंगे| इसके बाद अपने आप Background Scan होता रहता है| इसलिए अपने सिस्टम को समय –समय पर फुल स्कैन कर लेना चाहिए |
Best Free Antivirus
1. Bitdefender Antivirus Free Edition
2. Avira
3. Avast Free
4. AVG Free
5. Kaspersky Lab Internet Security 2017
6. 360 Total Security
7. Panda Free
8. Comodo
9. Check Point ZoneAlarm Free Antivirus + Firewall
10. Microsoft Windows Defender
Advantages of Antivirus (एंटीवायरस के फायदे)
अभी के समय में Malware attack बहुत हो रहे है, इसलिए यह अति आवश्यक है की आप अपने सिस्टम में एंटीवायरस जरुर डाले |
- सबसे पहले तो ये आपके सारे डाटा को सुरक्षित रखता है|
- आपके कंप्यूटर से इन्टरनेट के द्वारा कोई भी आपके Data को चुरा नहीं सकता |
- किसी भी Software को आप बेझिझक अपने सिस्टम में Download कर सकते हो |
- अगर आप एंटीवायरस का paid version प्रयोग कर रहे है, तो आपके सारे Online Transaction भी सुरक्षित रहेगे |
- आपका System Hang या Slow नहीं होगा |
- System Software और Application Software बहुत Smooth Run होंगे |
- Processing Speed बढ़ जाएगीं और system crash भी नहीं होगा |
- Hard Disk Corrupt होने को संभावना भी कम है |