हाई लेवल लैंग्वेज क्या है? (What is High level language?)
हाई लेवल लैंग्वेज एक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है जिसे कंप्यूटर प्रोग्रामिंग को सरल बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। हाई लेवल सोर्स कोड में आसानी से पढ़ा जाने वाला सिंटेक्स होता है जिसे बाद में लो लेवल लैंग्वेज में परिवर्तित किया जाता है, जिसे विशिष्ट CPU द्वारा पहचाना और चलाया जा सकता है। अधिकांश सामान्य प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को हाई लेवल लैंग्वेज माना जाता है। उदाहरणों में शामिल:
- C++
- C#
- Cobol
- Fortran
- Java
- JavaScript
- Objective C
- Pascal
- Perl
- PHP
- Python
- Swift
इनमें से प्रत्येक लैंग्वेज अलग अलग सिंटेक्स का उपयोग करती है। कुछ लैंग्वेज को डेस्कटॉप सॉफ़्टवेयर प्रोग्राम लिखने के लिए डिज़ाइन किया गया हैं, जबकि कुछ लैंग्वेज को वेब डेवलपमेंट के लिए तैयार किया गया हैं। इस सभी को हाई लेवल माना जाता है क्योंकि कोड एक्सीक्यूट होने से पहले उन्हें Compiler या Interpreter द्वारा प्रोसेस किया जाता है|
C ++ और C # जैसी लैंग्वेज में लिखे गए सोर्स कोड को चलाने के लिए मशीन कोड में Compile किया जाना चाहिए। compile प्रोसेसर हाई लेवल लैंग्वेज को लो लेवल कोड में परिवर्तित करती है ताकि यूजर समझ सके। Perl और PHP जैसी स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज में लिखे गए सोर्स कोड को Interpreter के माध्यम से चलाया जा सकता है, जो हाई लेवल कोड को लो लेवल लैंग्वेज में परिवर्तित करता है।
1950 के दशक में पहली हाई लेवल लैंग्वेज को पेश किया गया था। आज, हाई लेवल लैंग्वेज व्यापक उपयोग में हैं। इनमें BASIC, C, C ++, COBOL, FORTRAN, Java, Pascal, Perl, PHP, Python, Ruby और Visual Basic शामिल हैं।
फोरट्रॉन (FORTRAN)
यह Formula Translation का संक्षिप्त रूप है। इसे पहली high level language माना जाता है जिसका प्रयोग वैज्ञानिक और इंजीनियरों द्वारा गणितीय सूत्रों को आसानी से हल करने और जटिल वैज्ञानिक गणनाओं (Complex scientific calculations)में किया गया ।
फोरट्रान बीजगणित(Algebra)पर आधारित प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है। 1996 में आन्सी (ANSI- Americal National Standard Institute) ने फोरट्रॉन लैंग्वेज का मानकीकरण (Standardization) किया। इस प्रकार फोरट्रॉन पहली स्टैण्डर्ड लैंग्वेज बन गईं ।
लोगो (LOGO)
लोगो लैंग्वेज अमेरिका के सिमोर पेपर्ट (Seymour Papert) द्वारा विकसित(develop) की गई है इस लैंग्वेज का उपयोग कम उम्र के बच्चों को Drawing और graphics के माध्यम से कंप्यूटर की शिक्षा देने के लिए किया गया।
कोबोल (COBOL- Common Business Oriented Language)
यह व्यवसायिक कार्यों के लिए प्रयोग होने वाली लैंग्वेज है। कोबोल लैंग्वेज में निर्देश और वाक्य की संरचना (Command and Sentence Structure) इंग्लिश लैंग्वेज के समान है। इस लैंग्वेज को पैराग्राफ(Paragraph), डिविजन (Devision) और सेक्शन (Section) में बांटा जाता है। इसे आन्सी कोबोल(ANSI COBOL) कम्पाइलर के साथ किसी भी काम्यूटर सिस्टम पर चलाया जा सकता है। कोबोल का एक Edition Visual Cobol आब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग (Object Oriented Programming- OOP) लैंग्वेज है।
बेसिक (BASIC – Beginners’ All -Purpose Symbolic Instruction Code)
यह एक लोकप्रिय व सरल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है जिसका विकास 1964 में प्रोफेसर जॉन केमेंनी (John Kemeny) तथा थॉमस कुर्टज (Thomas Kurtz) ने किया। यह पर्सनल कंप्यूटर में प्रयोग की जाने वाली पहली हाई लेवल लैंग्वेज है। इसका प्रयोग गणितीय और व्यावसायिक- दोनों कार्यों के लिए किया जा सकता है। इसकी सरलता के कारण इसका प्रयोग Trainees को लैंग्वेज का concept समझाने के लिए भी किया जाता है । यह विश्व में सबसे अधिक प्रयोग होने वाली कम्प्यूटर लैंग्वेज है।
माइक्रोसॉफ्ट द्वारा विकसित क्विक बेसिक (Quick Basic) तथा विजुअल बेसिक (Visual Basic) एक लोकप्रिय ओंब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग (OOP) लैंग्वेज है।
पास्कल (Pascal)
इस लैंग्वेज का विकास 1971 में स्विट्जरलैण्ड के प्रोफेसर निकलॉस विर्थ(Nicklaus Writh) द्वारा किया गया। इसका नाम कंप्यूटर के जनक कहे जाने वाले Blaise pascal के नाम पर किया गया। Trainees को लैंग्वेज का concept समझाने के लिए भी किया जाता है ।अत: इसे शिक्षापरक लैंग्वेज (Educational Language) भी कहते हैं।
C Language
इस हाई लेवल लैंग्वेज का विकास 1972 में बेल लेबोरेटरीज के Dennis Ritchie तथा Brian Kernighan द्वारा किया गया। इसका विकास उच्च स्तरीय लैंग्वेज में असेम्बली लैंग्वेज की क्षमता डालने के उद्देश्य से किया गया। यह सामान्य कार्य के लिए प्रयुक्त लैंग्वेज है । इसमें सोर्स प्रोग्राम छोटा और संक्षिप्त रूप में लिखा जाता है। इसका कम्पाइलर सभी प्रकार के कमयूटर में कार्य कर सकता है।
C++
ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है। यह बोलचाल की अंग्रेजी लैंग्वेज के करीब है। हालांकि यह लैंग्वेज संक्षिप्त और सशक्त है, पर यह एक कठिन लैंग्वेज है। Unix Oprating System “C” लैंग्वेज में लिखा गया पहला महत्वपूर्ण प्रोग्राम है ।
जावा (Java)
इस उच्च स्तरीय लैंग्वेज का विकास सन माइक्रो सिस्टम के James Gosling द्वारा किया गया। यह C++ की तरह ओंब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है लेकिन ये उसकी अपेक्षा छोटी और सरल है। इसका विकास मुख्यत: इंटरनेट में उपयोग के लिए किया गया। इसका प्रयोग Electronic consumer products जैसे-टीवी, टेलीफोन आदि में भी किया जाता है । एनीमेशन आधारित वेब पेज,Tutorial तथा खेल आदि के विकास में भी इसका प्रयोग किया जाता है। इस लैंग्वेज में कम्पाइलकिया गया कोड मशीन के प्रकार पर निर्भर नहीं करता।
अल्गोल (ALGOL- Algorithmic Language)
इस हाई लेवल लैंग्वेज का प्रयोग Algebra(बीजगणित )Calculation में किया जाता है ।
कोमल (COMAl- Common Algorithmic Language)
मध्य स्तर के छात्रों के लिए प्रयोग की जाने वाली लैंग्वेज है।
प्रोलॉग (PROLOG- Programming in Logic)
– इसका विकास 1972 में फ्रांस में किया गया। इसमें समस्याओं के समाधान में तर्क की प्रधानता दी जाती है। इसे Artificial Intelligence एवं Logical Programming में प्रयोग किया जाता है।
C# Language(C शार्प )
यह ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है जिसका विकास माइक्रोसॉफ्ट ने इंटरनेट में प्रयोग के लिए किया। यह लैंग्वेज यूरोपियन कंप्यूटर मैन्युफैक्चरर एसोसिएशन (ECMA) तथा इंटरनेशनल स्टैंडर्ड आर्गनाइजेशन (ISO) के मानकों द्वारा मान्यता प्रदत्त है ।
आरपीजी (RPG-Report program Generator)
यह सामान्य व्यावसायिक कार्यों द्वारा प्राप्त रिपोर्ट को आउटपुट के रूप में प्रस्तुत करने के लिए बनाई गई लैंग्वेज है। यह एक सरल लैंग्वेज है जिसका प्रयोग छोटे व्यवसायिक कम्प्यूटर में किया जा सकता है। इस लैंग्वेज का विकास IBM कंपनी द्वारा किया गया है।
लिस्प (LISP- List Processing)
इसका विकास 1959 में जॉन मैकार्थी (John Macarthy) द्वारा Artificial Intelligence के प्रयोग में किया गया। यह एक फंक्शनल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है जिसका उपयोग गैर सांख्यिकी डाटा(Non-Statistical Data) के प्रोसेसिंग में किया गया है। यह Artificial Intelligence में प्रयुक्त सर्वाधिक लोकप्रिय लैंग्वेज है।