बाइनरी जोड़ (Binary Addition)
बाइनरी जोड़ भी डेसीमल जोड़ की तरह ही होता हैं, परन्तु इसमें केवल दो अंकों 0 तथा 1 का उपयोग होता हैं। इसमें दायें वाले कॉलम से जोड़ना आरम्भ करते हैं।
बाइनरी नंबर्स को जोड़ने के चार नियम हैं ,जो निम्नलिखित है –
- 1 + 1 = 0 (हासिल 1 को दूसरे कॉलम में जोड़ते हैं। ( 1 + 1 = 10)
- 1 + 0 = 1
- 0 + 1 = 1
- 0 + 0 = 0
Ans- (10001)2
बाइनरी घटाव (Binary Subtraction)
यह भी केवल दो अंक 0 तथा 1 का घटाव हैं। सबसे दायें वाले कॉलम से घटाना आरम्भ करते हैं।
बाइनरी नंबर्स को घटाने के चार नियम हैं ,जो निम्नलिखित है –
- 0 – 0 = 0
- 1 – 1 = 0
- 1 – 0 = 1
- 0 – 1 = 1 (निकटतम बायीं तरफ से 1 उधार लेते हैं)
Ans -(10011)2
बाइनरी गुणा (Binary Multiplication)
बाइनरी गुणा सामान्य डेसीमल गुणा की ही तरह किया जाता हैं। बाइनरी अंक को डेसीमल में बदल कर इसका गुणनफल निकालते हैं और फिर उसे बाइनरी में बदल जाता हैं या बाइनरी अंकों का ही गुणनफल निकाला जाता हैं।
इसकी दो विधियाँ हैं –
Ans -(10011100)2
बाइनरी भाग (Binary Division)
यह भी डेसीमल भाग की तरह ही किया जाता हैं। बाइनरी भाग के नियम निम्नलिखित हैं –
(i) 0 + 1 = 0 (ii) 1 + 1 = 1
उदाहरण – 1000012 ÷ 1102
Ans-(101.1)2