Data Processing, Definition, Cycle, Models and Future

डाटा प्रोसेसिंग की परिभाषा (Definition of Data Processing)

डाटा प्रोसेसिंग (Data Processing) से तात्पर्य ऐसा डाटा (जिसका सीधे तौर पर किसी भी निर्णय में प्रयोग नहीं किया जा सकता है) को सार्थक जानकारी (Meaningful Information) में परिवर्तित करना होता है और यह डेटा कंप्मयूटर द्वारा पठनीय योग्य भी होता है। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि, डाटा प्रोसेसिंग में Raw Data को उपयोगी जानकारी में बदलने के लिए संग्रह (collecting), रिकॉर्डिंग (Recording), आयोजन (Organizing), भंडारण (Storing) और अनुकूलन (Adapting) या परिवर्तन (conversion) शामिल होता है।

Table of Contents

डाटा प्रोसेसिंग का मतलब है डाटा को अर्थपूर्ण सूचना(Information) में बदलना

डाटा और इनफार्मेशन का क्या मतलब होता है?

डाटा कैरेक्टर का एक सेट होता है जिसे किसी विशेष कार्य के लिए इकट्ठा और स्टोर किया जाता हैl कंप्यूटर में डाटा बाइनरी डिजिट जैसे की 0 और 1 की फॉर्म में स्टोर होता है, जिसे बाद में प्रोसेस और स्टोर किया जाता है| डाटा कई प्रकार के फॉर्म में हो सकता है जैसे नंबर कैरेक्टर वीडियो ऑडियो आदि|

इंफॉर्मेशन (Information), organized या classified data होता है जिसमें कुछ मीनिंग फुल value होती है या हम यह भी कह सकते हैं कि इंफॉर्मेशन प्रोसेस किया गया डाटा होता है

डाटा प्रोसेसिंग क्या है? (What is Data Processing)

अलग – अलग तरह के डाटा को एक करके उन में कई तरह कि प्रॉसेस के द्वारा उस में बदलाव (manipulation) लाना जिससे उपयोगी जानकारी प्राप्त हो सके इस को हम डाटा प्रोसेसिंग कहते है। जरूरत के अनुसार डाटा को एक करके उसको पढ़ने योग्य बनाना भी डाटा प्रोसेसिंग कहलाता है।

what is data processing in hindi

इस तरह की प्रोसेसे 2 प्रकार से की जा सकती है manually और automatically पर ज्यादातर प्रोसेसे कंप्यूटर के द्वारा की जा सकती हैं यानी कि automatically, इस automatic प्रोसेस का मतलब होता है कंप्यूटर के द्वारा डाटा में बदलाव लाना।


डाटा को कई माध्यमों के द्वारा प्राप्त किया जा सकता है (text, data base etc.) तथा डाटा का आउटपुट उपयोगिता के अनुसार graph, audio, video, image, chart आदि में प्राप्त किया जा सकता है।

डाटा प्रोसेसिंग आमतौर पर companies के लिए बहुत उपयोगी प्रॉसेस है इसके द्वारा आसानी से उपयोग में आने वाला डाटा निकाला जा सकता है। कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में जैसे बैंक, विद्यालय, हॉस्पिटल, कॉलेज और भी कई  बड़ी companies में डाटा प्रोसेसिंग का उपयोग किया जाता है।

डाटा प्रोसेसिंग चक्र (Data Processing Cycle)

Input के जरिये raw डाटा CPU को दिया जाता है फिर  चरणबद्ध तरीके से उसको एक उपयोगी आउटपुट में बदलने के लिए पर इस बहुत सारे जरूरी steps perform किये जाते हैं, जो की एक के बाद एक दोहराए जाते रहते है यह पूरी प्रॉसेस एक cycle की तरह काम करती है जिसको हम डाटा प्रोसेसिंग चक्र (Data Processing Cycle) कहते है।

डाटा प्रोसेसिंग में 6 मुख्य स्टेजेस (चरण) है

  1. Data Collection
  2. Data Preparation
  3. Data Input
  4. Data Processing
  5. Output
  6. Data Storage

चलिए अब इन सभी चरणों को एक एक करके समझते हैं


1. डाटा संग्रहण (Data Collection)

डाटा को collect करना इस चक्र का मुख्य और पहला कदम है, डाटा collection पर ही आउटपुट निर्भर करता है, इसलिए डाटा को किसी भी भरोसेमंद या सटीक साधन से ही संग्रहित किया जाना चाहिए, जिससे किसी भी संस्था के लिए उपयोगी और सही आउटपुट मिल सके।

2. डाटा की तैयारी (Data Preparation)

इस प्रॉसेस के नाम से लोग समझते है कि इसमें किसी प्रकार की प्रॉसेस हाेती होगी पर इस चरण में सिर्फ collect किए हुए डाटा की processing को तेज और सही से काम करने के लिए डाटा में से अनुपयोगी डाटा को अलग किया जाता है। इसकी मदद से आगे की प्रॉसेस में त्रुटि (error) आने के संभावना कम हो जाती है।

3. डाटा इनपुट (Data input)

इस चरण में एकत्रित किए हुए डाटा को कंप्यूटर को दिया जाता है जिससे आगे की process का संचालन किया जा सके, जिस तरह का input दिया जाएगा उसी प्रकार का output हमे मिलेगा| यदि इनपुट में कोई त्रुटि (error) होगी तो आने वाला result भी corrupted (त्रुटिपूर्ण) होगा|

4. डाटा प्रोसेसिंग (Data Processing)

इस चरण में डाटा को प्रोसेस किया जाता है, यहां पर input डाटा को पढ़ने योग्य बनाया जाता है और यह काम artificial intelligence और अलग-अलग algorithm के द्वारा किया जाता है, डाटा प्रोसेसिंग में कितना समय लगेगा यह डाटा की जटिलता (complexity) और डाटा की मात्रा (volume) पर निर्भर करता है|

5. आउटपुट (Output)

इस स्टेज पर डाटा को पढ़ने योग्य प्रारूप (format) में बदला जाता है जैसे कि विडियोज, images, text, document file, आदि।

6. स्टॉरेज (storage)

यह इस डाटा प्रोसेसिंग चक्र का अंतिम चरण होता है, यहां पर पिछले चरण से प्राप्त डाटा को किसी  सुरक्षित जगह पर रख लिया जाता है, जिससे जरुरत पड़ने पर processed data को फिर से प्रयोग किया जा सके|

इस चक्र में में हर चरण जरूरी होता है और सभी चरणों के पूरा हो जाने के बाद भी वांछित सूचना नहीं मिल पाती है तो फिर से सभी चरणों का अनुसरण किया जाता है, इसलिए Data processing को चक्र (cycle) कहा जाता है |

डाटा प्रोसेसिंग पद्धति (Data Processing Methods)

1. Manual Data Processing

आप इसके नाम से ही समझ सकते है कि इसमें डाटा की processing manually होती है, अर्थात मानव की मदद के द्वारा| इसमें किसी भी तरह के इलेक्ट्रॉनिक एप्लीकेशन, machine और gadgets का उपयोग नहीं किया जाता है| इसके अंतर्गत सभी प्रोसेस manually होने की वजह से इसमें ज्यादा समय लगता है तथा यह ज्यादा त्रुटि पूर्ण होती है।

2 Mechanical Data Processing

जब किसी भी प्रकार के आसान और छोटे डाटा को प्रोसेस किया जाता है तब इस processing का उपयोग किया जाता है इसमें साधारण mechanical devices और calculator या टाइपराइटर जैसे साधारण electronic devices का उपयोग किया जाता है।

3 Electronic Data Processing

यह एक आधुनिक पद्धति पर आधारित तकनीक है। इसमें डाटा प्रोसेसिंग के लिए कंप्यूटर का प्रयोग किया जाता है, इसमें कंप्यूटर (software) को इनपुट डाटा के साथ ही कुछ निर्देश (instructions) दिए जाते है और कंप्यूटर  प्रोसेस (process) से हमे output मिलता है। इससे मिलने वाला output सटीक (accurate) होता है पर यह दूसरी प्रोसेस के तुलना में ज्यादा उच्च लागत (high cost) वाली होती है।

डाटा प्रोसेसिंग के उदाहरण (Examples of Data Processing)

डाटा प्रोसेसिंग हमारे दैनिक जीवन का एक अभिन्न हिस्सा होता है चाहे हम इसके बारे में जानते हों या नहीं।  डेटा प्रोसेसिंग के कुछ वास्तविक जीवंत उदाहरण नीचे दिए गए हैं

  1. एक स्टॉक ट्रेडिंग एप्लिकेशन लाखों स्टॉक के बारे में जानकारी लेता है और इसे एक ऐसे ग्राफ में बदल देता है जिसे एक ट्रेडर आसानी से समझ सकता है।
  2. किसी भी दूरसंचार या मोबाइल बिलिंग सॉफ्टवेयर ग्राहकों के उनके ली गयी सेवा और उनके प्रयोग के आधार पर हर महीने कितना शुल्क लेना है इसका पता लगाता है।
  3. एक डिजिटल कैमरा एल्गोरिदम (Algorithm) के एक सेट का उपयोग करता है जो एक सेंसर द्वारा एकत्रित किये गए Raw data को एक फोटो फ़ाइल में बदलता है।

डाटा प्रोसेसिंग का भविष्य (Future of Data Processing)

डाटा प्रोसेसिंग का भविष्य cloud technology पर निर्भर करता है, क्लाउड technology में डाटा को क्लाउड में संग्रहित किया जाता है, यह एक प्रकार का server हैं इसमें आलग – अलग प्रकार का डाटा स्टोर किया जा सकता है| यह डाटा को संग्रहित करने में बहुत ही तेज और प्रभावी होता है।

प्रोसेस के बाद cloud में डाटा स्टोर किया जा सकता है जिससे किसी भी कंपनी के द्वारा इसे आसानी से उपयोग में लाया जा सके| अगर software द्वारा डाटा में कोई बदलाव किया जाता है तो cloud में store डाटा को नए change किए हुए डाटा से automatically बदल दिया जाता हैं। Cloud platform ज्यादा उच्च लागत ना होने की वजह से छोटी और बड़ी हर संस्था (companies) के द्वारा उपयोग किए जा सकता है, इसमें store डाटा की मदद से companies को आगे बढ़ाने में मदद मिलती है।

डाटा प्रोसेसिंग के अंतर्गत अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न
Frequently Asked Questions related to Data Processing

डाटा प्रोसेसिंग किसे कहते हैं?

डाटा प्रोसेसिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें Raw डाटा (आंकड़े और तथ्य) को कुछ steps को execute करके सूचना (Information) में बदला जाता है, यह काम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और अलग-अलग तरह के algorithm द्वारा किया जाता है|

डाटा प्रोसेसिंग की प्रक्रिया कितने स्टेज में पूरी होती है

डाटा प्रोसेसिंग की प्रक्रिया 6 स्टेज में पूरी होती है, जो की निम्नलिखित हैं Data Collection, Data Preparation, Data Input, Data Processing, Data Output, Storage

डाटा किसे कहते हैं?

डाटा कैरेक्टर का एक सेट होता है जिसे किसी विशेष कार्य के लिए इकट्ठा व स्टोर किया जाता है कंप्यूटर में डाटा बायनरी नंबर जैसे कि 1 और 0 के रूप में स्टोर होता है जिसे बाद में प्रोसेस करके इंफॉर्मेशन में बदला जाता है और स्टोर किया जाता है|

डाटा कितने प्रकार के होते हैं?

डाटा बहुत प्रकार के form में पाया जाता है जैसे Numerical Data, Alphabetic Data, Alphanumeric Data, Audio Data, Video Data, Graphical Data

कंप्यूटर क्या है इसे डाटा प्रोसेसर के रूप में क्यों जाना जाता है?

कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जिसके माध्यम से डाटा को प्रोसेस किया जाता है सबसे पहले डाटा और निर्देशों के समूह को कंप्यूटर में इनपुट किया जाता है बाद में कंप्यूटर स्वयं ही दिए गए निर्देशों के अनुसार डाटा को प्रोसेस करता है


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