Register (रजिस्टर)
रजिस्टर एक बहुत ही छोटी, तेज गति(High Speed) और अस्थायी (Temporary) स्टोरेज यूनिट है जो सीपीयू के अंदर ही मौजूद होती है। ये मेमोरी लोकेशन वैसे ही काम करती है, लेकिन रैम से कई गुना ज्यादा तेज होती है। इसका मुख्य काम सीपीयू को तुरंत होना चाहिए जिसमें डेटा और निर्देशों को स्टोर किया जाना चाहिए ताकि उन्हें प्रोसेसिंग के लिए तुरंत उपकरण उपलब्ध कराया जा सके। यह CPU और RAM (RAM) के बीच एक बफ़र का काम करता है। जब सीपीयू को किसी डेटा की आवश्यकता होती है, तो वह रैम से उस डेटा को रजिस्टर में लोड कर देता है। एक बार रजिस्टर करने के बाद, सीपीयू उस डेटा पर बहुत तेजी से से क्रियाएँ (जैसे जोड़, घटाना) कर सकता है। जब ऑपरेशन पूरा हो जाता है, तो रैम में या किसी अन्य रजिस्टर में बदलाव किया जा सकता है।
Table of Contents
Toggleमुख्य बिंदु :
- Speed (गति) : Register Computer की सबसे तेज़ Memory है। यह सीधे CPU के साथ कम्युनिकेट करती है।
- Size (आकार) : इनका आकार बहुत छोटा होता है। ये Bits (जैसे 8-bit, 16-bit, 32-bit, 64-bit) में गिने जाते हैं। आजकल के Modern CPUs में 64-bit Registers आम हैं।
- Location (स्थान) : ये CPU के अंदर ही एकीकृत (Integrated) होते हैं।
- Volatile Nature (अस्थाई प्रकृति) : Power Off होते ही इनमें stored Data चला जाता है।
उदाहरण : आप एक किताब लिख रहे हैं। Hard Disk वो लाइब्रेरी है जहाँ सारी किताबें रखी हैं। RAM वो डेस्क है जहाँ आप काम करने के लिए कुछ किताबें लाते हैं। और Register वो आपकी छोटी-सी नोटबुक है जिस पर आप तुरंत के लिए जरूरी Points या References लिखते हैं ताकि आपको बार-बार किताब में ना देखना पड़े|
Types of Registers (Register के प्रकार)
Register को उनके काम के आधार पर कई प्रकारों में बांटा जा सकता है। हर Register का एक विशेष काम होता है जो CPU के कार्यकरण (Functioning) को आसान बनाता है।
1. Data Registers (डेटा रजिस्टर) -
इनका इस्तेमाल Data को अस्थायी रूप से (temporarily) स्टोर करने के लिए होता है। जैसे अगर आप CPU से दो नंबर, 5 और 10, को जोड़ना चाहते हैं, तो ये नंबर Data Registers में रखे जाएंगे।
2. Address Registers (एड्रेस रजिस्टर) -
इनका काम Memory Location के Address को स्टोर करना है। जब CPU को RAM से कोई Data लाना होता है, तो वह उस Data का Address Address Register में रखता है।
3. General Purpose Registers (सामान्य-उद्देश्य रजिस्टर) -
ये Registers बहुत बहुमुखी (Versatile) होते हैं और इनका इस्तेमाल Programmer किसी भी काम के लिए कर सकते हैं, जैसे Data या Address को स्टोर करने के लिए। ये Data को Move करने, Calculations करने आदि में मदद करते हैं।
4. Control and Status Registers (नियंत्रण और स्थिति रजिस्टर) -
ये Registers CPU के आंतरिक संचालन (internal operations) को नियंत्रण और मैनेज करते हैं। प्रोग्रामर सीधे इनका उपयोग नहीं कर सकते हैं, लेकिन ये CPU की कार्यप्रणाली के लिए बहुत जरूरी हैं।
5. Program Counter (PC) / Instruction Pointer (IP) - प्रोग्राम काउंटर / निर्देश सूचक -
ये सबसे महत्वपूर्ण Registers में से एक है। इसका काम अगली निर्देश (Instruction) के Address को स्टोर करना है। जब CPU एक Instruction को Execute कर लेता है, तो PC का Value खुद-ब-खुद Increment हो जाता है ताकि वह अगली निर्देश को fetch कर सके।
6. Instruction Register/IR (निर्देश रजिस्टर) -
जब कोई निर्देश RAM से CPU में आती है, तो उसे निर्देश रजिस्टर (Instruction Register) में रखा जाता है। यहीं पर CPU उस निर्देश को Decode करता है, यानी समझता है कि उसे क्या करना है।
7. Memory Address Register (MAR) (मेमोरी एड्रेस रजिस्टर) -
यह Register उस Memory Location का Address रखता है जहाँ से Data को Fetch करना है या जहाँ Data को स्टोर करना है। यह CPU और RAM के बीच एक पुल की तरह काम करता है।
8. Memory Buffer Register (MBR) / Memory Data Register (MDR) -
यह Register उस Data को रखता है जो RAM से Read किया गया है या जिसे RAM में Write करना है। यह MAR के साथ मिलकर काम करता है।
9. Stack Pointer Register/SP (स्टैक पॉइंटर रजिस्टर) -
यह register stack के शीर्ष तत्व का पता रखता है।Function calling और रिटर्निंग यह बहुत उपयोगी है।
Uses and Importance of Registers (रजिस्टर का उपयोग और महत्व )
Use of the register (रजिस्टर के उपयोग) : लगभग हर छोटे कंप्यूटर ऑपरेशन में रजिस्टरों का इस्तेमाल होता है। इनके बिना सीपीयू का काम लगभग असंभव है|
Fast Data Access (तेज डेटा एक्सेस) –
RAM से डेटा एक्सेस करने में विलंब होता है। रजिस्टर CPU के बहुत पास होने के कारण, डेटा तुरंत एक्सेस किया जा सकता है। इससे CPU का प्रदर्शन कई गुना बढ़ जाता है।- Executing Instructions (निर्देशों को निष्पादित करना) –
प्रत्येक निर्देश चक्र में, CPU को डेटा की आवश्यकता होती है। यह डेटा रजिस्टर में होता है, जिससे निर्देशों का निष्पादन बहुत तेज़ हो जाता है, जैसे जोड़ या गुणा के ऑपरेंड रजिस्टर में ही पाए जाते हैं। - Intermediate Results (मध्यवर्ती परिणाम) –
जब कोई बड़ी गणना (Calculation) होती है तो उसके मध्यवर्ती परिणाम (Intermediate Results) को Registers में रखा जाता है। इससे बार-बार RAM से Data लाने की जरूरत नहीं पड़ती और Speed बनी रहती है। - Efficient Processing (कुशल प्रसंस्करण) –
Registers CPU के निर्देश पाइपलाइन (Instruction Pipeline) को अनुकूलित (Optimized) करते हैं। PC, IR और अन्य Control Registers यह सुनिश्चित करते हैं कि Instructions सही क्रम में और सही तरीके से Execute हों।
Importance of Register (Register का महत्व) :
- High Performance Computing (उच्च प्रदर्शन कंप्यूटिंग ) – बिना registers के CPU इतनी fast नहीं हो सकता।
- Instruction Execution Speed (निर्देश निष्पादन गति) – हर निर्देश का execution register के कारण तेज़ होता है।
- Parallelism (समानांतरवाद) – Multiple registers होने से CPU एक साथ multiple data सँभालना कर पाता है|
Advantages of Registers (लाभ)
- Super Fast( सबसे तेज) – CPU का सबसे तेज़ storage।
- Low Latency (कम अव्यक्ता)– कोई प्रतीक्षा समय नहीं।
- Efficient Data Processing (कुशल डेटा प्रोसेसिंग) – अंकगणित, तर्क, और तेजी से शाखा।
- Direct Access (सीधी पहुंच) – मेमोरी एक्सेस की आवश्यकता कम।
Disadvantages of Registers (हानि)
- Expensive (महँगा) – रजिस्टर का डिज़ाइन महँगा है।
- Limited Size (सीमित आकार) – केवल कुछ बाइट्स या शब्दों का डेटा संग्रहीत किया जा सकता है।
- Non-Persistent (नॉन-पर्सिस्टेंट ) – Power off होने पर data तुरंत गायब (vanish) हो जाता है।