रिच टेक्स्ट फॉरमैट और HTML टेक्स्ट (Rich Text Format and HTML Text)
रिच टेक्स्ट फॉरमैट (Rich Text Format)
रिच टेक्स्ट फॉरमैट स्पेसिफिकेशंस अनुप्रयोगों के बीच आसान ट्रांसफर के लिए फॉर्मेटेड टेक्स्ट और ग्राफिक्स को इनकोड करने की एक पद्धति है| दूसरे शब्दों में हम कह सकते हैं कि रिच टेक्स्ट फॉरमैट क्रॉस प्लेटफॉर्म डॉक्यूमेंट इंटरचेंज के लिए 1987 में माइक्रोसॉफ्ट द्वारा विकसित किया गया एक डॉक्युमेंट फॉरमैट है अधिकांश वर्ड प्रोसेसर्स टेक्स्ट फॉरमैट डॉक्यूमेंट को read-write कर सकने में समर्थ होते हैं| वर्तमान में प्रयोक्ता विभिन्न एमएस डॉस, विंडोज, ऑपरेटिंग सिस्टम, मकिनटोश और पावर मैकिनटोश अनुप्रयोगों के बीच वर्ड प्रोसेसिंग डॉक्युमेंट्स को मूव कराने के लिए एक विशिष्ट ट्रांसलेशन सॉफ्टवेयर पर निर्भर होते हैं|
रिच टेक्स्ट फॉरमैट स्पेसिफिकेशंस टेक्स्ट और ग्राफिक्स इंटरचेंज के लिए एक फॉर्मेट प्रदान करता है| जिसे भिन्न आउटपुट डिवाइसेज ऑपरेटिंग एनवायरनमेंट और ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ प्रयोग किया जा सकता है| रिच टेक्स्ट फॉरमैट स्क्रीन और प्रिंट दोनों में ही किसी दस्तावेज के प्रेजेंटेशन और फॉर्मेटिंग को नियंत्रित करने के लिए ANSI, PC8, MACHINTOSH या IBM PC करैक्टर सेट का प्रयोग करता है| रिच टेक्स्ट फॉरमैट स्पेसिफिकेशंस में भिन्न ऑपरेटिंग सिस्टम और भिन्न सॉफ्टवेयर अनुप्रयोगों के तहत बनाए गए दस्तावेज उन ऑपरेटिंग सिस्टम और अनुप्रयोगों के बीच स्थानांतरित किए जा सकते हैं मैकिनटोश और पॉवर मैकिनटोश के लिए word 6.0 ( और बाद के संस्करण) मैं निर्मित रिच टेक्स्ट फॉरमैट फाइलों में एक “RTF” फाइल टाइप होता है
वह सॉफ्टवेयर जो एक फॉर्मेटेड फाइल को RTF फाइल में बदल देता है राइटर (Writer) कहलाता है| एक RTF राइटर अनुप्रयोगों की नियंत्रण सूचना को मूल टेक्स्ट से पृथक कर देता है और एक नई फाइल राइट करता है जिसमें टेक्स्ट और RTF समूह और टेक्स्ट के साथ जुड़े होते हैं| वह सॉफ्टवेयर जो एक RTF फाइल को एक फॉर्मेटेड फाइल में बदल देता है रेंडर (Render) कहलाता है सैंपल RTF रीडर कोड या RTF स्पेसिफिकेशन के लिए तकनीकी या किसी अन्य प्रकार की सहायता प्रदान नहीं करता|
RTF एक 8 बिट फॉरमैट होता है| यह बात इसे ASCII तक सीमित कर देती है किंतु टेक्स्ट फॉरमैट ASCII एस्केप सीक्वेंस के परे भी कैरेक्टर को इनकोड कर सकता है कैरेक्टर एस्केप दो प्रकार के होते हैं कोड पेज एस्केप और यूनिकोड एस्केप|
जब किसी रिच टेक्स्ट फॉरमैट फाइल को टेक्स्ट एडिटर में खोला जाता है तो अल्फान्यूमैरिक टेक्स्ट रीडेबल होता है और मार्कअप भाषा के तत्व बहुत बाधा नहीं डालते| अधिकांश वर्ड प्रोसेसिंग सॉफ्टवेयर क्रियान्वयन रिच टेक्स्ट फॉरमैट इंपोर्ट और एक्सपोर्ट या डायरेक्ट एडिटिंग को सपोर्ट करते हैं तथा बहुधा यह इसे असंगत वर्ड प्रोसेसिंग सॉफ्टवेयर और ऑपरेटिंग सिस्टम के बीच एक “कॉमन” फॉरमैट बना देता है| ये करक किसकी इंटर ऑपरेबिलिटी में योगदान करते हैं|
1987 से ऑपरेटिंग सिस्टम और उनके वर्जन के बीच अंतर होने के बावजूद बहुत सी पुरानी और नई कंप्यूटर प्रणालियों के बीच रिच टेक्स्ट फॉरमैट फाइलों को आगे पीछे स्थानांतरित किया जा सकता है| यह इसे मूलभूत फॉर्मेटेड टेक्स्ट दस्तावेजों जैसे – सूचना पुस्तिकाओं, रिज्यूम, पत्रों तथा मॉडेस्ट इंफॉर्मेशन दस्तावेजों के लिए एक उपयोगी फॉर्मेट बना देता है| यह दस्तावेज कम से कम बोल्ड, इटैलिक, और अंडरलाइन टेक्स्ट फॉर्मेटिंग को अवश्य सपोर्ट करते हैं| लेफ्ट, सेंटर और राइट, जस्टिफाइड टेक्स्ट भी क्लासिक रूप से सपोर्ट किए जाते हैं| इसके अतिरिक्त फोंट स्पेसिफिकेशन और डॉक्युमेंट मार्जन भी RTF डॉक्यूमेंट में सपोर्ट किए जाते हैं|
RTF स्पेसिफिकेशन टाइमलाइन इस प्रकार है
1987 – RTF 1.0
January 1994 – RTF 1.3
April 1997 – RTF 1.5
May 1999 – RTF 1.6
August 2001 – RTF 1.7
April 2004 – RTF 1.8
March 2008 – RTF 1.9.1
HTML टेक्स्ट (HTML Text)
HTML टेक्स्ट में दो तत्व होते हैं प्रथम प्लेन टेक्स्ट और द्वितीय HTML टैग| इसलिए हम कह सकते हैं कि HTML टेक्स्ट, प्लेन टेक्स्ट और HTML टैग्स का संयोजन होता है हम इस अवधारणा को निम्न प्रकार से प्रस्तुत कर सकते हैं
HTML text =Plain Text + HTML tag
HTML वेब पेजेस को वर्णित करने की एक भाषा है इसका विस्तृत रूप है हाइपर टेक्स्ट मार्कअप लैंग्वेज| HTML प्रोग्रामिंग भाषा नहीं है मार्कअप भाषा मार्कअप टैक्स का एक समुच्चय होती है| HTML वेब पेजेस को दिखाने के लिए मार्कअप टैग्स का प्रयोग करती हैं |
HTML हाइपरटेक्स्ट मार्कअप लैंग्वेज का संक्षिप्त रूप है यह कॉपी, इमेज, साउंड, फ्रेम्स, एनीमेशन और अन्य बहुत सी चीजों के साथ वेब पेज को निर्मित करने हेतु एक क्रॉस प्लेटफॉर्म टेक्स्ट फॉर्मेटिंग सिस्टम है| दूसरे शब्दों में हम कह सकते हैं कि HTML एक ऐसी भाषा है जो इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेजों खासतौर से वर्ल्ड वाइड वेब पर पेज बनाने में प्रयुक्त होती हैं जिसमें हाइपरलिंक नामक कनेक्शन होते हैं या HTML वर्ल्ड वाइड वेब ब्राउजर पेज पर प्रदर्शित होने वाली फाइल में प्रविष्ट मार्क अप प्रतीकों और कोड का समुच्चय होता है जिसके जरिए वेब सरवर और क्लाइंट्स ब्राउजर संवादों का आदान प्रदान करते हैं मार्क अप वेब ब्राउजर को यह बताता है कि वेब पेज के शब्दों और चित्रों को प्रयुक्त के लिए किस प्रकार दिखाया जाए|