What is OLE?
OLE का पूरा नाम object linking & embedding है। इसका तात्पर्य एक Application के object को दूसरे application से link करना है। इसे Microsoft द्वारा विकसित किया गया हैं जो कि Components object Model (COM) पर आधारित है।
“OLE Microsoft की एक तकनीक है जिसके द्वारा हम डायनामिक तरीके से files तथा applications को एक साथ link कर सकते है।”
Linking दो ऑब्जेक्ट्स के बीच कनेक्शन स्थापित करती है, और embedding एप्लिकेशन डेटा सम्मिलन की सुविधा प्रदान करती है। इस प्रकार OLE का तात्पर्य एक ऐसी तकनीक से हैं जो application के object को दूसरे application से link करती है। OLE का उपयोग कंपाउंड दस्तावेज़ प्रबंधन के साथ-साथ ड्रैग-एंड-ड्रॉप और क्लिपबोर्ड संचालन के माध्यम से applications डेटा स्थानांतरण के लिए किया जाता है।
उदाहरण के लिए:-
- हम MS Word में MS Excel की Sheet को लिंक कर सकते हैं जब वर्ड में स्प्रेडशीट खुल जाती है तब स्प्रेडशीट का यूजर इंटरफ़ेस लोड होता है। और word डॉक्यूमेंट के अंदर हम Excel पर कार्य कर सकते है।
- इसके द्वारा हम किसी image/picture को photo editing प्रोग्राम जैसे:- Photoshop में ओपन करके उसे word, excel या किसी अन्य application में move कर सकते है।
OLE को बाद में बहुत बड़े स्टैण्डर्ड में विकसित किया गया जिसे COM (components object model) कहते है। COM को MAC, UNIX तथा windows systems के द्वारा सपोर्ट किया जाता है। परंतु इसे मुख्यतया Microsoft विंडोज में प्रयोग किया जाता है। COM जो है वह ActiveX की foundation है जिसके द्वारा डेवलपर, वेब के लिए interactive content बनाते है।
OLE-supported software applications
- Microsoft Windows applications जैसे – Excel, Word and PowerPoint
- Corel WordPerfect
- Adobe Acrobat
- AutoCAD
- Multimedia applications, जैसे – photos, audio/video clips and PowerPoint presentations.
Disadvantage of OLE
- Embedded objects होस्ट डॉक्यूमेंट फाइल के साइज को बढ़ा देता है जिससे स्टोरेज और लोडिंग की परेशानी होती है।
- linked objects ब्रेक हो सकते है अगर linked objects को ऐसी लोकेशन में रख दिया जाता है जहाँ original डॉक्यूमेंट application नहीं होती है।
- अगर linked और embedded object application उपलब्ध नही होती है तो object को edit तथा manipulate नहीं कर सकते है।