Trial balance
जब किसी कंपनी में लेंन-देंन होता है तो उन लेन-देन को जनरल में लिखा जाता है और फिर जनरल से समस्त बैलेंस के लेन-देन की ledger में पोस्टिंग की जाती है | लेकिन पोस्टिंग के बाद ये जानना आवश्यक होता है की ledger में की गई पोस्टिंग सही है या नहीं। यह जांच करने के उद्देश्य से एक लिस्ट बनाई जाती है जिसे trial balance कहते है।
Trial का अर्थ जाँच से होता है तथा Balance का अर्थ शेष से होता है लेजर में जो शेष आता है वह सही है या नहीं इसे जाँचने के लिए जो अकाउंट तैयार किया जाता है उसे Trial Balance कहा जाता है । Trial balance फाइनेंशियल ईयर के अन्त में अथवा अन्य किसी निश्चिंत तारीख पर बनाया जाता है | Trial Balance, लेज़र में खोले गए खातों के शेषों की वह सूची है जो इस जाँच-पड़ताल के लिए बनायी जाती है कि क्या वास्तव में डेबिट योग क्रेडिट योग के बराबर है। ट्रायल बैलेंस के उपलब्ध रहने से final account बनाने में सहायता मिलती है। ट्रायल बैलेंस अकाउंट का स्टेटमेंट होता है, जो लेज़र में क्रेडिट व डेबिट के आइटमों की या तो कुल राशि या बैलेंस दर्शाता है।
ट्रायल बैलेंस ledger में जनरल की एंट्री को रिकॉर्ड करने व अकाउंट का बैलेंस निकालने के लिए तैयार किया जाता है। सभी डेबिट की एंट्री को एक तरफ व सारी क्रेडिट की एंट्री को दूसरी तरह लिखा जाता है। ट्रायल बैलेंस की डेबिट साइड का जोड़ क्रेडिट साइड के जोड़ के बराबर होना चाहिए। यदि डेबिट का टोटल क्रेडिट के बराबर नहीं होता है तो निश्चित रूप से कोई गलती ledger account में रह गई है। ट्रायल बैलेंस इस प्रकार की error का पता लगाने वाला एक टूल है।
accounting period के अंत में तीन trial balance तैयार किये गए है।
- शुरू में ट्रायल बैलेंस को adjusting entry के करने से पहले सामान्य ledger के अकाउंट के बैलेंस का प्रयोग करते हुए तैयार किया जाता है।
- Adjusted ट्रायल बैलेंस को adjusting entry तैयार करने के बाद बनाया जाता है तथा उन्हें जनरल ledger में पोस्ट किया जाता है। यह इस बात को सुनिश्चित करने में सहायता करता है कि financial statement तैयार करने में उपयोग होने वाली बुक्स बैलेंस में है।
- पोस्ट closing बैलेंस को या closing entry को तैयार करने व उनकी पोस्टिंग करने के बाद तैयार किया जाता है। यह ट्रायल बैलेंस जिसमे केवल बैलेंस होते है, इस बात की गारंटी देता है की ये पुस्तके नए एकाउंटिंग पीरियड की शुरुआत के लिए बैलेंस में है।
Features of Trial Balance
- ट्रायल बैलेंस केवल खातों के शेष निवारण है, ledger |
- इसमें राशि के दो अकाउंट होते है- एक डेबिट शेष का एंव दूसरा क्रेडिट शेष का।
- इसे किसी भी तारीख को बनाया जा सकता है |
- यह समय के अंत में लेज़र के सभी खातों के शेषो की स्वीकृत लिस्ट है।
- यह लेज़र में की गई एंट्री की गणितीय शुद्धता की जांच की एक पद्धति है।
- इसकी सहायता से वित्तीय वर्ष की समाप्ति पर व्यापार खाता,लाभ हानि खाता,तथा चिट्ठा तैयार किया जाता है।