Header & Footer क्या हैं ?
हैडर और फुटर में उस मैटर को सेट किया जाता है। जिसको हमें डाक्यूमेंट के प्रत्येक पेज पर शो करना होता है। इसमें जो मैटर या टेक्स जोडा जाता है। वह डाक्यूमेंट के प्रत्येक पेज के ऊपरी हिस्से में हैडर और पेज के निचले हिस्से में फुटर शो होता है। इसकी सेटिंग पेज सेटप के लेआउट ऑप्शन से की जाती है। इस ऑप्शन से डाक्यूमेंट में हेडर एवं फुटर को लगा सकते है इसके साथ हैडर एवं फुटर टूलबार शो होने लगती है। यह डाक्यूमेंट के प्रत्यके पेज पर शो होता है।
Header :- पेज के सबसे ऊपरी हिस्से को हैडर कहा जाता हैं हैडर पेज के टॉप मार्जिन में जोडा जाता है। इसमें Page number, number of pages, date time, auto text आदि को जोडा जाता है। इसकी टूलबार से हैडर से फुटर में फुटर से हैडर में जा सकते हैं | स्क्रोल करके भी इस कार्य को किया जा सकता है। इसकी टूलबार की सहायता से इसको manage किया जाता है।
Footer:- पेज के सबसे नीचे वाले हिस्से को फुटर कहते हैं यह पेज के निचले हिस्से में होता है। अर्थात् यह पेज के Bottom margin में लगाया जाता है। इसका प्रयोग footnote, page number, number of pages डालने के लिए किया जाता हैं इसके मार्जिन को पेज सेटप से सेट किया जाता है। इसमें वह सभी आईटम जोडे जा सकते है। जो हैडर मे जोडे जाते है। हैडर फुटर टूलबार के Close Button पर क्लिक करके इनको क्लोज किया जाता है। हैडर या फुटर पर डबल क्लिक करके इसमें Editing का कार्य कर सकते है।