Introduction of EDP
(Electronic Data Processing)
डाटा को विभिन्न तरीके से प्रोसेस किया जाता हैं। कम्प्यूटर टेक्नोलॉजी के आने के पश्चात् डाटा की प्रोसेसिंग इलेक्ट्रॉनिक तरीके से होने लगी हैं। इलेक्ट्रॉनिक डाटा प्रोसेसिंग के बहुत लाभ हैं। यद्यपि इनकी कुछ हानियाँ भी हैं। अत: इलेक्ट्रॉनिक डाटा प्रोसेसिंग (EDP), इलेक्ट्रॉनिक साधनों द्वारा डाटा का सार्थक सूचना में रूपान्तरण हैं। सामान्यत: EDP में कम्प्यूटर का उपयोग किया जाता हैं। तेज गति, प्रोसेसिंग की परिशुद्धता और डाटा की विशाल मात्रा को स्टोर करने की क्षमता ने कम्प्यूटर को डाटा प्रोसेसिंग का शाक्तिशाली टूल बना दिया हैं।
Advantage of EDP
- गति तथा परिशुद्धता (Speed and Accuracy) :- जब आप दो संख्याओं 12 और 13 को अंगुलियों की सहायता से जोड़ते हैं, तो यह काम अंगुलियों की सहायता से आसानी से किया जा सकता हैं, परन्तु जब आपको 100 आइटमों की एक सूची का (total) निकालना हो तो यह काम अंगुलियों पर मुश्किल होगा तथा इसके लिये आप कैलकुलेटर का प्रयोग करेंगे। कैलकुलेटर का प्रयोग करने के बाद भी आप के लिये योग बिलकुल ठीक हैं, यह दावे के साथ कहना मुश्किल होगा। इसके विपरीत डिपार्टमेन्टल स्टोर में देखा जाता हैं, कि जहाँ सेल्सपर्सन्स (salespersons), यूनिवर्सल प्रोडक्ट कोड पर बार कोड (Bar Code) के द्वारा कीमत, किसी टर्मिनल पर दर्शाते हैं तथा उससे जुडे सॉफ्टवेयर व प्रिंटर तुरन्त ही आपको बिल निकाल कर देते हैं। यह इलेक्ट्रॉनिक विधि हैं, जिसमें तीव्र गति व शुद्धता के साथ कार्य किया जाता हैं।
- निर्णय निर्माण क्षमता (Decision Making Capability) :- सूचना का मुख्य उद्देश्य आपको वह निर्णय लेने में सक्षम बनाना हैं, कि आपके लिये क्या महत्वपूर्ण हैं। अतः EDP आपको निर्णय लेने में मदद करता है |
- डाटा प्रोसेसिंग लागत कम करना (Minimization Cost in Data Processing) :- EDP के माध्यम से ,डाटा प्रोसेसिंग करने से प्रोसेसिंग लागत कम हो जाती हैं। इस माध्यम से डाटा प्रोसेसिंग में कागज तथा मानव शाक्ति (Manpower) पर आने वाला खर्च नगण्य होता हैं।
- डाटा प्रोसेसिंग प्रक्रिया की विलम्बता में कमी (Reduction of Delays in Data Processing) :- मैनुअल तथा मैकेनिकल माध्यम से डाटा प्रोसेसिंग बहुत अधिक समय लेता हैं। इस प्रकार समय अधिक बर्बाद होता हैं, जबकि EDP के माध्यम से प्रोसेस किया जाने वाला डाटा कम समय लेता हैं।
- एक ही गणना को बारम्बार दोहराना (Repetitive Calculations Possible) :- EDP प्रोसेसिंग के माध्यम से डाटा एंट्री प्रोग्राम स्वत: ही तेजी के साथ सम्पन्न करवा सकते हैं, अर्थात् स्वंय कार्य करने की आवश्यकता नहीं पडेगी।
Disadvantage of EDP
- आउटपुट की क्वालिटी मूल रूप से इनपुट की क्वालिटी पर निर्भर होती हैं। EDP के दौरान अन्तिम इनपुट में कोई परिवर्तन नहीं किया जा सकता हैं।
- उपयुक्त सॉफ्टवेयर उपलब्ध न
- होने के कारण EDP सभी प्रकार के डाटा को प्रोसेस नहीं कर सकता हैं।
- प्रत्येक EDP यूनिट की डेटा प्रोसेसिंग की एक निर्धारित गति होती हैं, जिसको आसानी से बढ़ाया नहीं जा सकता हैं।
- साधारण EDP सिस्टम के मामले में डाटा को एक्सेस किया जा सकता हैं, और उसमें डाटा प्रोसेसिंग ऑपरेटर द्वारा छेड़-छाड़ की जा सकती हैं।
- जैसे-जैसे सूचना की जरूरतें अधिक जटिल होती जाती हैं वैसे-वैसे डाटा की मात्रा बढ़ती हैं।