कैश बुक और बैंक बुक क्या है?

कैश बुक और बैंक बुक क्या है? (What is Cash book and Bank book)

कैश बुक क्या है? (What is Cash Book?)

Cash book को हिंदी भाषा में रोकड़ बही कहा जाता है cash book में सिर्फ cash से सम्बंधित जानकारी को लिखा जाता है| जिसमें सभी नकद प्राप्तियां और भुगतान शामिल रहते हैं, कैश बुक में बैंक में जमा की गई राशी और बैंक से निकली गई राशी को लिखा जाता हैं। किसी व्यक्ति, व्यापारी या कंपनी के पास रुपया कहाँ-कहाँ से कितना आता है कहाँ-कहाँ कितना जाता है फिर शेष कितना बचता है । इसे दर्शाने के लिए Cash Book बनाई जाती है । इसे बनाने का मुख्य उद्देश्य cash की Receipts and payments को रिकॉर्ड करके दी गयी अवधि के दौरान कुल प्राप्ति और कुल भुगतान को ज्ञात करना है| Cash book वह पुस्तक है जो रोजनामचा व खाता-बही दोनों के उद्देश्य पूर्ण करती है।

बैंक एवं व्यवसायी के बीच में होने वाले लेनदेनों को व्यवसायी के द्वारा जिस वही में लिखा जाता है उसे Cash Book कहा जाता है। यह प्रारम्भिक लेखे की पुस्तक होती है जिसमें मुद्रा की प्राप्तियों तथा भुगतानों का लेखा किया जाता है। cash की समस्त प्राप्तियाँ डेबिट पक्ष में और समस्त भुगतान क्रेडिट पक्ष में लिखे जाते हैं। व्यवसायी जब भी बैंक में रुपया एवं चैक जमा करता है तो वह राशी Cash Book में Debit Side लिखी जाती है और जब व्यवसायी राशी को निकालता है तो वह राशी Cash Book में Credit Side लिखी जाती है। Cash Book में यदि Debit Side का टोटल अधिक होता है तो इसका मतलब लाभ है परन्तु इसके विपरीत Credit Side अधिक होने पर हानि समझा जाता है| Cash book को सहायक पुस्तक, प्रधान पुस्तक भी कहा जाता है।

Cash Book निम्नलिखित चार प्रकार के होते है :-

  1. Simple Cash Book (साधारण रोकड़ वही )
  2. Double Column Cash Book (दो खाने वाले रोकड़ वही )
  3. Three Column Book (तीन खाने वाले रोकड़ वही)
  4. Petty Cash Book (खुदरा रोकड़ वही )
  • केवल नकद लेनदेन रिकॉर्ड करने के लिए Simple cash book या single column cash book बनाई जाती है|
  • नकदी के साथ-साथ बैंक से सम्बंधित लेनदेन को रिकॉर्ड करने के लिए double/two column cash book बनाई जाती है| इस कैश बुक में दो कॉलम होते है|
  • नकद, बैंक और खरीद छूट और बिक्री छूट को रिकॉर्ड करने के लिए triple/three column cash book बनाई जाती है| इस कैश बुक में तीन कॉलम होते हैं एक कैश के लिए, दूसरा बैंक के लिए और तीसरा डिस्काउंट के लिए|
  • दिनभर के नकद खर्चों को दर्ज करने के लिए Petty cash book बनाई जाती है| Petty cash book एक तरह की कैश बुक होती है, जिसमें बड़ी संख्या में छोटे भुगतान जैसे रिकॉर्ड, कार्टेज, डाक, टेलीग्राम और अन्य रिकॉर्ड लिखे जाते है।

How to Display Cash Book in Tally.ERP9

Tally.ERP 9. में कैश बुक का विवरण देखने के लिए निम्न स्टेप्स का पालन करें-

  • सबसे पहले टैली ओपन करें।
  • इसके बाद अपनी कंपनी का चयन करें।
  • इसके बाद Gateway of Tally > Display > Account Books > Cash/Bank Books पर जाएँ।
  • Cash/Bank Books का चयन करने के बाद, एक स्क्रीन इस प्रकार दिखाई देगी:

  • इसमें Cash पर क्लिक करें|
  • आपके स्क्रीन बिल को निम्नानुसार दिखाएगी: –

  • अब आप जिस महीनें का रिकॉर्ड देखना चाहते है उस पर माउस या एरो की की सहायता से जाएं। और Enter प्रेस करें| इस प्रकार आप किसी भी महीनें का कैश रिकॉर्ड देख सकते है|
  • यदि आप कैश बुक को अवधि के अनुसार देखना चाहते है तो F2 प्रेस करें या Period ऑप्शन को चुनें और तारीख इंटर करें।
  • यदि आप इससे बहार निकलना चाहते है तो ‘ESC’ कुंजी दबाकर आप टैली के Gateway screen तक पहुँच सकते हैं।

बैंक बुक क्या है? (What is Bank Book?)

बैंक और व्यवसायी के बीच होने वाले लेनदेनों को बैंक के द्वारा जिस वही में लिखा जाता है उसे Bank book कहा जाता है। बैंकबुक या पासबुक कागज़ की पुस्तक होती है जिसे बैंक अपने ग्राहकों को देता है बैंक और ग्राहक के बीच होने वाले लेन देन को इस पुस्तक में लिखा जाता है| बैंक पासबुक में समय-समय पर उन व्यवहारों की एंट्री करता रहता है जो उस खाते के सम्बन्ध में बैंकर तथा ग्राहक के बीच होते हैं । जैसे- राशी बैंक में जमा करना, बैंक से निकलना, ब्याज, बैंक शुल्क आदि| एक प्रकार से पासबुक ग्राहक के खाते की प्रमाणित प्रतिलिपि होती है ।


पासबुक को सुरक्षित रखने के लिए इस पर प्लास्टिक का कवर होता है । इसके कवर पेज पर बैंक एवं उसकी शाखा का नाम, ग्राहक का नाम, खाता नम्बर तथा खाता बही पेज नम्बर (Ledger Folio) लिखा रहता है तथा अन्दर प्रथम पेज पर जमाकर्ता का नाम, व्यवसाय, पता, खाता सं. तथा दिनांक दिया रहता है एवं शाखा प्रबन्धक के हस्ताक्षर रहते हैं । अकाउंट एवं पासबुक से सम्बन्धित महत्वपूर्ण नियम भी पासबुक में दिए जाते हैं|

बैंक के द्वारा Pass Book में Credit Side व्यवसायी के द्वारा जमा की गई राशि को दिखाया जाता है और Debit side निकाली गई राशि को दिखाया जाता है। यदि Pass Book में Credit Side का बैलेंस अधिक होता है तो इसका मतलब है कि व्यवसायी का Bank में रुपया जमा है और यदि Debit Side का बैलेंस अधिक होता है तो इसका मतलब हैं कि व्यवसायी का बैंक में कुछ भी नहीं बचा है।

How to Display Bank Book in Tally.ERP9

Tally.ERP 9. में बैंक बुक का विवरण देखने के लिए निम्न स्टेप्स का पालन करें-

  • सबसे पहले टैली ओपन करें।
  • इसके बाद अपनी कंपनी का चयन करें।
  • इसके बाद Gateway of Tally > Display > Account Books > Cash/Bank Books पर जाएँ।
  • Bank Books का चयन करने के बाद, एक स्क्रीन इस प्रकार दिखाई देगी:

  • इसमें Bank पर क्लिक करें|
  • आपके स्क्रीन बिल को निम्नानुसार दिखाएगी: –

  • अब आप जिस महीनें का रिकॉर्ड देखना चाहते है उस पर माउस या एरो की की सहायता से जाएं और Enter प्रेस करें| इस प्रकार आप किसी भी महीनें का बैंक रिकॉर्ड देख सकते है|
  • यदि आप बैंक बुक को अवधि के अनुसार देखना चाहते है तो F2 प्रेस करें या Period ऑप्शन को चुनें और तारीख इंटर करें।
  • यदि आप इससे बहार निकलना चाहते है तो ‘ESC’ कुंजी दबाकर आप टैली के Gateway screen तक पहुँच सकते हैं।

कैश बुक और बैंक बुक में अंतर (Difference between Cash book and Bank book)

  1. कैश बुक नकद लेनदेन का रिकॉर्ड रखती है। जबकि बैंक द्वारा खाता धारक को पासबुक जारी की जाती है जो जमा और निकासी को रिकॉर्ड करता है।
  2. कैश बुक फर्मों द्वारा तैयार की जाती है जबकि पासबुक बैंकों द्वारा लिखी जाती है और ग्राहक द्वारा रखी जाती है।
  3. कैश बुक में, रसीदों को डेबिट पक्ष में दिखाया जाएगा जबकि भुगतान क्रेडिट पक्ष में दर्ज किए जाएंगे। जबकि पासबुक में, जमाओं को क्रेडिट पक्ष में दिखाया जाता है और निकासी को डेबिट पक्ष पर दिखाया जाता है|
  4. कैश बुक का निर्माण वैकल्पिक है, लेकिन पासबुक को अनिवार्य रूप से बनाया जाता है|
  5. कैश बुक में, डेबिट बैलेंस बैंक में कैश दिखाता है जबकि क्रेडिट बैलेंस ओवरड्राफ्ट दिखाता है। इसके विपरीत, पासबुक में डेबिट बैलेंस ओवरड्राफ्ट दिखाता है जबकि क्रेडिट बैलेंस बैंक में नकदी दिखाता है।

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