नेटिकेट की परिभाषा
Netiquette (नेटिकेट) शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है- Network एवं etiquette (शिष्टाचार)।
यहाँ पर etiquette का मतलब होता है, शिष्टाचार या good manners।
अतः इंटरनेट का सही तरीके से प्रयोग करने के लिए बनाए गए नियमो के सेट को नेटिकेट कहा जाता है।
इंटरनेट पर होने वाली आपराधिक गतिविधियां (criminal activities) को साइबर क्राइम कहते हैं, और इससे हम किस प्रकार अपने आप को बचा सकते हैं, इसके लिए कुछ नियम बनाये गए हैं।
जैसा कि हम जानते हैं कि जिस प्रकार से ट्रैफिक में कोई एक्सीडेंट न हो इसके लिए ट्रैफिक नियम बनाए गए हैं, और इन ट्रैफिक नियमों का पालन करके दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है। ठीक इसी प्रकार से इंटरनेट का जाल भी पूरी दुनिया में बिछा हुआ है, और इस पर इतने सारे यूज़र्स जुड़े हुए होते हैं, जिससे साइबर अटैक जैसी घटनायें सामने आना आम बात है। इसमें किसी मोबाइल, कंप्यूटर या अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के द्वारा हैकर्स द्वारा किसी व्यक्ति का डेटा या व्यक्तिगत जानकारी को चुरा कर उसका दुरूपयोग करने की सम्भावना बनी रहती है।
इंटरनेट का सुरक्षित (safe) एवं उत्तरदायी (responsible) उपयोग करना ही साइबर सुरक्षा (Cyber Safety) कहलाती है। इंटरनेट पर सायबर क्राइम या सायबर अटैक से अपने आप को safe रखने के लिए इंटरनेट का सही तरीके से उपयोग करने के लिए कुछ नियमों का सेट बनाया गया है।
नेटिकेट की आवश्यकता
सामाजिक शिष्टाचार के लिए (Social etiquette)
किसी इंसान का व्यवहार इस बात पर निर्भर करता है, कि आप किस प्रकार के समाज में रहते हैं, और आपके आसपास का वातावरण कैसा है, आपके आसपास के लोगों का वर्ताव कैसा है। इंटरनेट भी इस बात के लिए उतना ही जिम्मेदार है, कि आपके आसपास के लोग किस प्रकार से इंटरनेट का उपयोग करते हैं।
सोशल मीडिया पर कोई आपत्तिजनक पोस्ट डालना, गन्दी भाषा का उपयोग करना, कॉपीराइट उल्लंघन, सोशल साइट पर किसी की व्यक्तिगत जानकारी का दुरूपयोग करना इत्यादि सोशल क्राइम की श्रेणी में आता है। औऱ कभी-कभी इन सब की वजह से दंगे-फसाद भी हो जाते हैं। इसलिये इंटरनेट से लेकर सोसायटी में भी अच्छे व्यवहार का पालन किया जाना बहुत आवश्यक है।
व्यवसायों के लिए (Business etiquette)
कंपनियों के लिए, यह आवश्यक है, कि एक अच्छा नेटिजन होने के नाते, ऑनलाइन एथिक्स (नैतिकता) को लागू करें और नेटिकेट का यूज़ करें। बिज़नेस कम्युनिकेशन में नेटिकेट बहुत महत्वपूर्ण है। ऑनलाइन वर्क करते समय कर्मचारी (employee) के लिए भी कुछ नियम बनाए गए हैं।
एक व्यवसाय (business) की सफलता को केवल इस बात से नहीं मापा जाता है कि आप कितनी कुशलता से प्रोडक्ट्स या सर्विसेज प्रदान करते हैं, बल्कि आप उन सभी लोगों जैसे कि कस्टमर्स एवं इन्वेस्टर्स के साथ कैसे बातचीत करते हैं जो आपकी कंपनी से प्रत्यक्ष (directly) या अप्रत्यक्ष (indirectly) रूप से जुड़े हैं। आपका व्यवहार इन लोगों के साथ जिस प्रकार का होगा, वे आपके व्यवसाय संचालन को सकारात्मक या नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकते हैं।
आइये अब नेटिकेट के 10 महत्वपूर्ण नियमों के बारे में जानते हैं।
नेटिकेट या इंटरनेट शिष्टाचार के 10 बुनियादी नियम
Ethics (शिष्टाचार) के नियम साइबरस्पेस में उतने ही महत्वपूर्ण हैं जितने कि वे वास्तविक दुनिया में हैं। अगर आप इन नियमों का पालन नहीं करते हैं, तो यह सायबर क्राइम माना जायेगा, और इसके लिए पेनाल्टी या जुर्माना देना होता है इसलिए इंटरनेट पर या रियल लाइफ में किसी भी आपराधिक गतिविधियों से अपने आप को सुरक्षित रखने के लिए नेटिकेट के इन बेसिक नियमों का पालन करना बहुत आवश्यक है
1) उचित विषय और हस्ताक्षर का प्रयोग करें
जब भी आप किसी व्यक्ति को कोई ईमेल या मैसेज भेजते हैं, तो यह बहुत जरूरी है, कि आप उसमें अपने मेल से सम्बंधित सब्जेक्ट लिखें इससे यह स्पष्ट हो जाता है, कि आपका मैसेज किस टॉपिक से सम्बंधित है, और आप क्या बोलना चाहते हैं। मैसेज के अंत में उचित हस्ताक्षर (अगर हो तो) को जरूर शामिल करें।
2) अपना संदेश संक्षिप्त रखें
किसी को मेल या मैसेज करते समय इस बात का ध्यान रखें कि, आप जो मैसेज लिख रहे हैं, वह बहुत बड़ा नहीं होना चाहिए। कम से कम शब्दों में उचित तरीके से मैसेज में अपनी बात को समझाने की कोशिश करें। ज्यादा बड़ा मैसेज करने पर हो सकता है, कि सामने वाला व्यक्ति आपके मैसेज को अनदेखा (ignore) कर दे। इसीलिए हमेशा कम शब्दों में मैसेज लिखने की कोशिश करें।
3) अन्य गोपनीयता का सम्मान करें, व्यंग्य, बदमाशी, पीछा, स्पैम से बचें
हमेशा इस बात का ध्यान रखें, कि किसी का पासवर्ड या कोई व्यक्तिगत जानकारी चुराने की कोशिश न करें। यदि आपको किसी का पासवर्ड या कोई अन्य जानकारी पता भी है, तो उसे टालें या avoid करें। सोशल साइट्स पर किसी को चिढ़ाना, किसी प्रकार का sarcasm (व्यंग्य) करना, किसी को कॉपी करना या कोई व्यक्ति नहीं चाहता कि आप उसको मैसेज करें, फिर भी आप उसे मैसेज करते हैं तो यह स्पैम कहलाता है। इसलिए हमेशा इन सब से बचने की कोशिश करें।
4) कॉपीराइट नियमों का पालन करें
इंटरनेट की दुनिया में हर दिन कुछ न कुछ नया अपलोड किया जाता है, वेबसाइट्स से लेकर यूट्यूब इत्यादि पर जब भी आप अपना कुछ नया बनाते हैं, तो इस बात का ध्यान रखें कि आपके द्वारा यूज़ किया गया डेटा या जानकारी किसी अन्य व्यक्ति द्वारा अपलोड की गई जानकारी से कॉपी न कि गई हो, क्योंकि वेबसाईट पर कोई भी जानकारी उस व्यक्ति के नाम से रजिस्टर्ड होती है, जिसने उसे क्रिएट किया है या अपलोड किया है।
इसलिए हमेशा कॉपीराइट नियमों का पालन करें और अगर आप अपने कंटेंट में किसी अन्य व्यक्ति या किसी वेबसाइट की इन्फॉर्मेशन का उपयोग कर रहे हैं, तो इस बात का ध्यान रखें कि जहां से आपने कोई जानकारी ली है, उस source या वेबसाइट की जानकारी को mention करें।
5) सम्मानजनक एवं उपयुक्त भाषा का प्रयोग करें
जब भी आप किसी से बात करते हैं, या किसी को मैसेज करते हैं, तो आप उसे उसी लैंग्वेज में मैसेज करें, जिस लैंग्वेज को सामने वाला व्यक्ति समझता है, इसके अलावा किसी अन्य लैंग्वेज का उपयोग न करें। ऐसा कोई भी तरीका उपयोग न करें, जो सामने वाले को पसंद न हों।
आजकल देखा जाता है, कि बातचीत के दौरान लोग शॉर्टकट्स का बहुत ज्यादा उपयोग करते हैं। हमें इन शॉर्टकट्स का उपयोग करने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे हमारे साथ-साथ सामने वाले की भी इंग्लिश कमजोर होती है।
6) किसी विवादास्पद मामले में अपनी प्रतिक्रिया न दें
आपने देखा होगा आजकल व्हाट्सएप फेसबुक एवं अन्य सोशल साइट्स पर किसी विवादस्पद मुद्दों को लेकर बहस चल रही होती है, और लोग उसमें ऐसे कमैंट्स करते रहते हैं जो नहीं करने चाहिये। यह flame war कहलाती है।इसलिए आप ऐसे मैटर में कोई भी कमेंट न करें।
7) अनुपयुक्त जानकारी को अवॉइड करें
आजकल सोशल साइट्स पर लोग ऐसे वीडियोस या कोई इन्फॉर्मेशन शेयर करते हैं, जो विवादास्पद होते हैं। अगर किसी सोशल साइट्स पर आप ऐसे ग्रुप से जुड़े हैं, जिन में इस तरह की जानकारी शेयर की जाती हैं या आपको लगता है, कि ये जानकारी किसी के विरुद्ध है या किसी के काम की नहीं है, तो ऐसी पोस्ट को शेयर न करें और कोई भी कमेंट या अपनी राय न दें। यदि पॉसिबल हो तो ऐसे ग्रुप्स को तुरंत छोड़ दें।
8) बड़े अक्षरो का प्रयोग न करें
ये बड़ा ही रोचक बिंदु (Interesting Point) है, कि इंटरनेट वर्ल्ड में एक नियम बनाया गया है, कि बड़े अक्षरों (Capital Letters) का उपयोग तब किया जाता है जब आप किसी पर गुस्सा करते हैं, या किसी पर चिल्लाते हैं। इसलिए जब भी आप किसी से चैट करते हैं, तो कैपिटल लेटर्स का उपयोग न करें। अगर आप इनका उपयोग करते हैं तो ये माना जाता है, कि आप सामने वाले पर गुस्सा कर रहे हैं। इसका एक प्रभाव ये भी होता है, कि अगर आप कैपिटल लेटर में कोई सन्देश भेजते हैं तो इससे सामने वाले को उसे पढ़ने में थोड़ा सा तनाव (Stress) होता है। ज्यादातर कोई भी कंटेंट छोटे अक्षरों या नार्मल केस में ही टाइप किये जाते हैं।
इसके साथ ही अगर आप चैट के दौरान smiley का यूज़ करते हैं, तो उचित smiley का प्रयोग करें, कि आप अपनी इमोशन्स को किस तरीके से सामने वाले को बताना चाहते हैं।
9) विवेक के साथ शेयर करें
जब भी आप किसी से फ़ोन पर या सोशल साइट्स पर बात कर रहे होते हैं, तो इस बात का ध्यान रखें कि आप कोई ऐसी पर्सनल बात न बोलें जिससे भविष्य में आपको कोई परेशानी हो। इसके साथ ही सोशल साइट्स पर आप अपनी निजी फोटोज इत्यादि को शेयर न करें।
10) कहीं भी क्लिक करने के पहले सोचिये
अगर आप किसी वेबसाइट पर विजिट कर रहे हो, या आपके पास कोई ऐसा मेल या मैसेज आता है कि आपको किसी लिंक इत्यादि पर क्लिक करने को बोला जाए, तो आप उस पर तब तक क्लिक न करें जब तक कि आपको उसकी पूरी जानकारी न हो।
इसके अलावा इंटरनेट का उपयोग करते समय कुछ अन्य बातों का ध्यान रखना भी बहुत आवश्यक है, जैसे
- सोशल साइट्स पर फ़्रेंड्स बनाते समय ध्यान रखें कि आप उस इंसान को अच्छे से जानते हो या नहीं। इसलिए अपने मित्रों को बुद्धिमानी से चुनें।
- बड़ी फ़ाइलें ईमेल न करें।
- लोगों की प्राइवेसी की रेस्पेक्ट करें, अगर कोई इंसान अपनी पर्सनल जानकारी आपके साथ शेयर नहीं करना चाहता है, तो उसे फ़ोर्स न करें। और अगर आपके पास किसी का पासवर्ड या उसकी कोई पर्सनल जानकारी है, तो उसे सामने वाले की परमिशन के बिना किसी अन्य के साथ शेयर न करें।
- अगर सोशल साइट्स पर आपके पास कोई जानकारी आती है, तो उसे शेयर करने से पहले अच्छे से पढ़ें। अगर आपको लगता है, कि वो इन्फॉर्मेशन किसी काम की नहीं है तो उसे शेयर न करें।
- अगर किसी ने आपको ईमेल भेजा है, तो उसे तुरंत चेक करें, एवं जरूरी हो तो तुरंत उसका रिप्लाई भी करें। यदि कोई स्पैम या अनावश्यक मेल हो तो उसको avoid करें।
- समय-समय पर ऑनलाइन जानकारी अपडेट करते रहें।