Data Flow Diagram (DFD)
DFD इनफार्मेशन सिस्टम से गुजरने वाले डेटा के फ्लो का एक ग्राफिकल प्रस्तुतीकरण है जैसा कि इसके नाम से पता चल रहा है यह केवल डेटा के फ्लो, डेटा कहाँ से आया, डाटा कहाँ जायेगा, तथा यह कैसे स्टोर होगा इस पर केन्द्रित होता है | Data flow diagram का प्रयोग सॉफ्टवेयर सिस्टम के overview को बनाने के लिए किया जाता है | Data flow diagram का सबसे पहला प्रयोग 1970 के दशक में किया था,तथा इसे Larry Constantine तथा Ed Yourdon ने वर्णित किया था |
DFD इनपुट डेटा फ्लो, आउटपुट डेटा फ्लो तथा स्टोर किये हुए डेटा को डायग्राम अर्थात् ग्राफिकल रूप में प्रस्तुत करता है लेकिन DFD इसकी प्रोसेस के बारें में विस्तार से नहीं बताता है |
Types of Data flow diagram
DFD दो प्रकार का होता है |
- Logical DFD
- Physical DFD
1.Logical DFD: Logical DFD बिज़नेस एक्टिविटी पर केन्द्रित रहता है अर्थात् यह सिस्टम में डेटा के फ्लो तथा सिस्टम के प्रोसेस पर केन्द्रित रहता है |
2.Physical DFD: फिजिकल DFD इस बात पर केन्द्रित रहता है कि वास्तव में डेटा फ्लो सिस्टम में किस प्रकार implement (कार्यान्वित) हुआ है |
Components of DFD
DFD में निम्न चार मुख्य कंपोनेंट्स होते है |
- Entities : डेटा के source तथा destination को entities कहते है, Entities को rectangle (आयत) के द्वारा प्रदर्शित किया जाता है|
- Data flow: यह डेटा के movement (गति) को दिखाता है, इसे arrow द्वारा प्रदर्शित किया जाता है |
- Process : यह एक कार्य होता है जो कि सिस्टम के द्वारा किया जाता है, इसे circle के द्वारा प्रदर्शित किया जाता है|
- Data storage : ऐसी जगह जहाँ डेटा स्टोर होता है डाटा स्टोरेज कहलाता है , इसे Open rectangle (खुले आयत) के द्वारा प्रदर्शित किया जाता है|