टैली क्या है (What is Tally)

टैली क्या है (What is Tally)

हमारे जीवन मे अंकाउंट का काफी महत्त्व है। व्यवसाय में रिकार्ड को तैयार करना व उसे मेंटेन रखने के लिऐ, सरकारी कार्यलयों में विभिन्न खाते तैयार करने और व्यवसायियों के लिऐ यह काफी आवश्यक है। अकाउंटिंग प्रत्येक व्यक्ति के लिए उतना ही महत्वपूर्ण है जितना धन।

टैली का अर्थ रुपयो कि अकाउंटिंग करना गिनना व्यवस्थापन व रिकार्ड रखना है।माल कहा गया कहा से आया किस चीज़ पर व्यय हुआ आज कितना व्यय हुआ । कितना माल निकाला किसने निकाला ये सब कार्य टैली के अन्तर्गत आते है।

Tally एक अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर हैं, जो Tally Solutions Pvt. Ltd एक बहुराष्ट्रीय भारतीय कम्पनी द्वारा निर्मित कंप्यूटर सॉफ्टवेयर हैं सामान्य बोलचाल में tally को अकाउंटिंग से ही जोड़कर देखा जाता हैं, अपने व्यापार में किसी कम्पनी के वितीय लेन-देन (इनकम/खर्चे) को लिखकर रखना ही एकाउंटिंग हैं। पहले के जमाने में इसे बहियों में हाथ से लिखकर रखा जाता हैं, समय के बदलाव के साथ ही, कम्पनी के अकाउंट को मेंटेन करने के लिए आज कंप्यूटर का उपयोग किया जाता हैं।

कंप्यूटर में जब एकाउंटिंग की बात आती हैं, तो एक ही सॉफ्टवेयर जेहन में आता हैं वो हैं टैली । व्यवसायिक व्यवहार और खातों को कंप्यूटर में सहेज कर रखने वाली टैली प्रदाता कम्पनी का मुख्य कार्यालय बेंगलोर में हैं । भारत के अलावा कई अन्य देशों में यह टैली सॉफ्टवेयर बेहद प्रचलित हैं, बिजनेस मैनेजमेंट में टैली सबसे महत्वपूर्ण पहलु हैं।

पुस्तको रजिस्टर डायरी मे हम स्केल पेन्सिल से लाइने खीच -खीच कर काॅलम बनाकर सब कुछ व्यवस्थित करते है और साथ मे गिनती के लिऐ केलकुलेटर भी रखते है।इस सब के बजाय कम्पयूटर पर एक साॅफ्टवेयर मिल जाता है जिस पर बिना परेशानी के काॅलम बनाना ग्राफ चेक करना एकाउंटिंग करना ,रिकॉर्ड रखना सब आसानी से किया जा सकता है बस यही टैली है।

जैसे कंम्पनी के कर्मचारियों के भुगतान,कंपनी के साधनो पर आय व्यय,बैंक के विभिन्न खाते,लेन – देन रिकोर्ड ये सब टैली के काम है।
बिजनेस के प्रकारो के विस्तार के साथ टैली का विकास व उपयोग भी अलग- अलग और आसानी से हो रहा है।

टैली भारत और विदेशों में सर्वाधिक लोकप्रिय फाइनेंशियल अकाउंटिंग साँफ्टवेयर है। अपने आसान उपयोग, सरलता, यूजर अनुकूलता और विश्वसनीयता की वजह से ही इसने चार्टर्ड अकाउंटेंट्रस, अॅाडिटर्स एवं अन्य वित्तीय संस्थानों के मध्य ख्याति अर्जित की है। छोटे व्यवसाय से लेकर वृहद प्रतिष्ठान तक लगभग प्रत्येक कम्पनी द्वारा अपने लेखांकन प्रयोजन हेतु टैली का प्रयोग किया जा रहा है। वे कंप्यूटर का उपयोग जानने वाले और टैली में प्रशिक्षित कर्मचारी चाहते हैँ। पारंपरिक बही खाता लेखन विधियों को पूरी तरह से टैली के साथ प्रतिस्थापित किया जा चुका है।


Versions of Tally

टैली का प्रारंभिक रिलीज Tally 4.5 version था । इसे Dos आधारित Software को 1990 के दशक के प्रारंभ में जारी किया गया था। यह बुनियादी वित्तीय लेखांकन उपकरण था। उन दिनों पर्सनल कंप्यूटर्स भारत में लोकप्रियता अर्जित कर रहे थे। Peutronics (टैली को विकसित करने वाली कम्पनी) ने इस सुअवसर का लाभ उठाया और बाजार में अपना टैली 4.5 Version प्रस्तुत कर दिया। मोटी-मोटी जिल्द की गई बहियों की भारी-कम मात्रा को हिसाब-किताब हेतु प्रयुक्त करने वाले लेखा परीक्षक और अकाउंटेंट्स कुछ ही पलों के भीतर बैलेंस शीट्स एवं लाभ-हानि खातों की गणना करने की टैली की क्षमता देखकर हैरान रह गए। इतना सब कुछ करने के लिए हमें मात्र लेजर्स निर्मित करना और वाउचर्स में एंट्री करनी होती हैं। शेष कार्य टैली करता है। वह हमारे लिए सभी स्टेटमेंट्स, ट्रायल बैलेंस और बैलेंस शीट बना देगा।
टैली के आगे चलकर Tally 5.4, Tally 6.3, Tally 7.2 Tally 8.1 और Tally 9.0 version जारी किये गए। इन संस्करणों के अंतर्गत कंपनी के स्टॉक प्रबंधन हेतु प्रयुक्त होने वाली इनवेंटरी, कर्मवारियों की वेतन गणना एवं मजदूरी भुगतानों के लिए प्रयुक्त होने वाले पेरोल हेतु समर्थन और हिन्दी, तमिल, तेलगु, कन्नड, मलयालम, गुजराती, मराठी व अन्य बहुत सी भारतीय भाषाओं के लिए बहुभाषी समर्थन सम्मिलित किया गया है।

  1. टैली 4.5 टैली का पहला वर्जन था। यह 1990 में जारी किया गया था। यह सॉफ्टवेयर MS-DOS पर आधारित है।
  2. टैली 5.4 टैली का दूसरा वर्जन था। यह 1996 में जारी किया गया था। यह एक ग्राफिक इंटरफ़ेस वर्जन था।
  3. टैली 6.3 टैली का तीसरा वर्जन था। यह 2001 में जारी किया गया था। यह वर्जन विंडो आधारित था। यह वैट (Value Added Tax) के साथ प्रिंटिंग को सपोर्ट करता है।
  4. टैली 7.2 टैली का अगला वर्जन था। यह 2005 में जारी किया गया था। इसे स्टेट के रूप में वैधानिक मानार्थ वर्जन और वैट नियमों की नई विशेषताओं के साथ जोड़ा गया था।
  5. टैली 8.1 टैली का अगला वर्जन था। यह एक नई डेटा संरचना के साथ विकसित किया गया था। इसे प्वाइंट ऑफ सेल (POS) और पेरोल की नई विशेषताओं के साथ जोड़ा गया था।
  6. अगला वर्जन टैली 9. यह 2006 में जारी किया गया था। यह वर्जन बग और त्रुटियों के कारण जारी किया गया था। इस वर्जन में अधिकतम विशेषताएं हैं जैसे टीडीएस, एफबीटी, पेरोल, ई-टीडीएस भरना आदि।
  7. टैली का नवीनतम वर्जन ERP 9 है। इसे 2009 में जारी किया गया था। टैली ERP 9 पैकेज छोटे से लेकर बड़े व्यावसायिक उद्योगों के लिए अधिकतम सुविधाएँ प्रदान कर रहा है। यह (गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स) जीएसटी की नई सुविधाओं के साथ भी update है।

टैली में यूजर निम्नलिखित कार्य कर सकता है |


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